अंचल बदनाम, मिलावट का दाग, शुद्ध दूध के भी घटे दाम ?
अंचल बदनाम, मिलावट का दाग, शुद्ध दूध के भी घटे दाम
मिलावट की वजह से ग्वालियर दुग्ध संघ ने मुरैना व दतिया के कुछ सेंटरों से दूध खरीदना बंद कर दिया है। ऐसे में दुग्ध संघ को प्रदेश के अन्य संघों की तुलना में दूध कम मिल रहा है। ऐसे में दूध की स्थति ठीक नहीं है।
- मिलावटखोरों ने लगाया शुद्ध दूध बेचने वालों के व्यापार पर ग्रहण
- मिलावटखोरी के चलते दुग्ध संघ ने कई इलाकों से दूध कलेक्शन किया बंद
- बाकी जिलों के मुकाबले अंचल के पशुपालकों को दूध के दाम भी कम मिल रहे
ग्वालियर: ग्वालियर-चंबल अंचल पर लगा मिलावटखोरी का दाग शुद्ध दूध बेचने वाले पशुपालकों के व्यापार पर ग्रहण बन गया है। इंदौर-भोपाल यहां तक कि बुंदेलखंड के किसानों को भी दुग्ध संघ अधिक दाम दे रहा हैं, जबकि सरकारी सहकारी संस्था ग्वालियर सहकारी दुग्ध संघ सबसे कम भाव में दूध खरीद रहा है।
पहले ही मिलावटखोरी के चलते दुग्ध संघ मुरैना, दतिया से दूध खरीदना बंद कर चुका है, इसमें दाम कम होने से बाकी किसान भी दूध बेचने से कतराने लगे हैं। हालांकि संघ को उम्मीद है कि जल्द ही राष्ट्रीय डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड संघ को सुपुर्दगी में लेगा, जिससे बड़ा बदलाव आने की संभावना है।
दरअसल दूध कलेक्शन और बिक्री के मामले में इंदौर, भोपाल सहित अन्य जगह की स्थिति काफी बेहतर है, जबकि ग्वालियर की यूनिट काफी संकट के दौर से गुजर रही है। यहां ग्वालियर सहकारी दुग्ध संघ का सांची के नाम से दूध प्रोडक्ट निकलता है। अंचल के मुरैना और दतिया सहित कुछ अन्य जिलों के सेंटरों से दुग्ध संघ ने दूध कलेक्शन बंद कर दिया है।
इससे पहले ही संघ का दूध कलेक्शन घटने लगा। उधर जब दूध की गुणवत्ता पर सवाल खड़े होने लगे तो यहां के किसानों को दूध की एवज में मिलने वाले दाम भी काफी कम हो गए हैं। इंदौर, भोपाल, उज्जैन यहां तक की बुंदेलखंड में भी दूध खरीदी के दामों में बढ़ोत्तरी हुई है, जबकि ग्वालियर में दूध के दाम कर कर दिए गए हैं।
उदाहरण के लिए 2022-23 में जहां दूध कलेक्शन 700 रुपये प्रति किलो फैट के हिसाब से लिया जा रहा था, वहीं अब 680 रुपये प्रति किलो फैट के हिसाब से लिया जा रहा है। साफ है कि अंचल के पशुपालकों को दूध की एवज में मिलने वाली राशि में कमी आई है।
जानें कहां किस भाव से दूध ले रहा दुग्ध संघजिला- वर्तमान में भैंस के दूध कलेक्शन के दाम- वर्तमान में गाय के दूध के दाम- 2022-23 के भैंस दूध के दाम
भोपाल- 785- 304- 700
इंदौर- 780- 284- 720
उज्जैन- 750- 272- 700
ग्वालियर- 680- 248- 700
जबलपुर- 750- 272- 700
बुंदेलखंड- 700- 258- 680
(आंकड़े-प्रतिकिलो फैट)
प्रदेश के तीन शहरों में दूध खरीद और बिक्री की स्थिति
भोपाल:-
वर्ष- दूध कलेक्शन प्रतिदिन- दूध विक्रय प्रतिदिन
2019-20- 294202- 947410
2020-21- 340966- 302286
2021-22- 338748- 303399
2022-23- 295432- 308713
(नोट:-दूध कलेक्शन किलो प्रतिदिन और विक्रय लीटर प्रतिदिन में है)
इंदौर:वर्ष- दूध कलेक्शन प्रतिदिन- दूध विक्रय प्रतिदिन
2019-20- 280552- 238002
2020-21- 326135- 217571
2021-22- 311857- 240199
2022-23- 273880- 266045
(नोट:-दूध कलेक्शन किलो प्रतिदिन और विक्रय लीटर प्रतिदिन में है)
ग्वालियरवर्ष- दूध कलेक्शन प्रतिदिन- दूध विक्रय प्रतिदिन
2019-20- 17650- 26173
2020-21- 20937- 18657
2021-22- 26121- 18267
2022-23- 22539- 19589
(नोट:-दूध कलेक्शन किलो प्रतिदिन और विक्रय लीटर प्रतिदिन में है)
मिलावट के चलते हमें मुरैना एवं दतिया सहित कुछ अन्य जिलों के कुछ सेंटरों से दूध खरीदना बंद करना पड़ा है। वैसे तो दूध खरीदने का मूल्य फिजिबिलिटी के हिसाब से तय होता है। हालांकि यह सही है कि इसके निर्धारण में गुणवत्ता का विशेष रूप से ध्यान रखा जाता है। यदि हम हल्की क्वालिटी का दूध लेना शुरू कर दें तो ढेर लग जाएगा, लेकिन संघ किसी भी हालत में क्वालिटी से समझौता नहीं करता है। इसी वजह से दिक्कतें आ रही है।
-एमके धाकड़, ग्वालियर सहकारी दुग्ध संघ।