,,,,,,,, संवाद के दौरान अपनी अपनी समस्या बताते व्यापारी ….
शाहदरा के नॉर्थ ऑफ जीटी रोड औद्योगिक क्षेत्र की पहचान टूटी सड़कें, ढलाव घर, तारों का जंजाल व ओवर फ्लो सीवर बन गई है। यही नहीं, यहां स्ट्रीट लाइट की भी समस्या है। इससे रात के समय ट्रकों का आना मुश्किल हो जाता है।
ऐसे में यहां से गुजरने वाले कारोबारी और लोग खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं। यह बातें बृहस्पतिवार को शाहदरा के औद्योगिक क्षेत्र के कारोबारियों ने अमर उजाला संवाद कार्यक्रम में रखीं। आलम यह है कि औद्योगिक क्षेत्र लंबे समय से विकास की राह ताक रहा है। यहां के कारोबारियों का कहना है कि अभी तक यह तय नहीं हो सका है कि औद्योगिक क्षेत्र डीडीए, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) या किस विभाग के अंतर्गत है। ऐसे में कोई भी विभाग यहां की स्थिति पर ध्यान नहीं दे रहा है।
कारोबारियों का कहना है कि यहां अक्सर कूड़े के ढेर में आग लगा दी जाती है। इससे औद्योगिक इकाइयों में आग लगने का डर बना रहता है। कारोबारियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह इन मामलों को लेकर जिम्मेदार एजेंसी व विभागों के पास रख चुके हैं, लेकिन किसी ने भी अब तक इन समस्याओं को नहीं दूर किया है। शाहदरा के नॉर्थ ऑफ जीटी रोड औद्योगिक एसोसिएशन का कहना है कि इस औद्योगिक क्षेत्र में घुसते ही गलियों से लेकर सड़के तक जर्जर हैं। इससे सामान की लोडिंग-अनलोडिंग में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस औद्योगिक क्षेत्र में करीब 500 से अधिक औद्योगिक इकाइयां हैं। इनमें अधिक इलेक्ट्रॉनिक सामान बनाने वाली हैं।सड़कों की स्थिति इस कदर खराब है कि दो पहिया से लेकर ट्रक चालक भी दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। इसे लेकर कई बार शिकायत कर चुके हैं। बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। महासचिव, शाहदरा नॉर्थ ऑफ जीटी रोड औद्योगिक एसोसिएशन