एसीपी मोहसिन पर भी पहले भी लग चुके हैं आरोप ?
आईआईटी दुष्कर्म कांड: एसीपी मोहसिन पर भी पहले भी लग चुके हैं आरोप, सटोरियों और जुआरियों से थी जबरदस्त यारी
एसीपी मोहसिन कानपुर ही नहीं इसके पहले आगरा में तैनाती के दौरान चर्चा में रहे। आगरा में सीए ताज सुरक्षा के पद पर काम कर रहे मोहसिन की शिकायत तत्कालीन एसएसपी को कई बार मिल चुकी थी लेकिन इसके कोई साक्ष्य नहीं मिल पाए थे। इस वजह से कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।
इसके चलते मोहसिन मोटी कमाई कर रहा था। दुकानदार से विवाद के बाद उसकी शिकायत तत्कालीन एसएसपी से हुई थी, लेकिन जांच में कोई दुकानदार सीओ के खिलाफ जाने को तैयार नहीं हुआ था, इसके बाद मोहसिन को ताज सुरक्षा से हटा दिया गया था।
कलक्टरगंज में तैनाती के दौरान जुआरियों और सटोरियों से मोहसिन की जबरदस्त यारी थी। सूत्रों के अनुसार सर्किल के थानेदार और साइबर सेल में मोहसिन के चर्चे होने लगे थे।
एसीपी साइबर क्राइम व कलक्टरगंज मोहम्मद मोहसिन खान पर आईआईटी से पीएचडी कर रही एक युवती ने शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाते हुए कल्याणपुर थाने में गुरुवार को केस दर्ज कराया है। युवती का आरोप है कि शादीशुदा होने के बावजूद एसीपी ने खुद को अविवाहित बताकर नजदीकियां बढ़ाईं।
फिर शादी का झांसा देकर उसका यौन शोषण करते रहे। आला अधिकारियों ने मामले की जांच एडीसीपी ट्रैफिक अर्चना सिंह की अध्यक्षता वाली विशेष जांच टीम (एसआईटी) को दे दी है। साथ ही मोहसिन को लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। मूलरूप से लखनऊ के रहने मो. मोहसिन खान 2013 बैच के पीपीएस अफसर है।
12 दिसंबर 2023 से वह कानपुर में तैनात थे। केस दर्ज होने से पहले तक मोहसिन एसीपी कलक्टरगंज के साथ साइबर क्राइम की भी जिम्मेदारी संभाल रहे थे। जानकारी के अनुसार जुलाई 2024 में मोहसिन ने आईआईटी से साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन एंड साइबर क्रिमिनोलॉजी से पीएचडी शुरू की। पढ़ाई के दौरान एसीपी का संपर्क वहीं पर पीएचडी कर रही पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी की रहने वाली दूसरे धर्म की युवती से हुआ।
युवती का आरोप है कि मोहसिन ने शादीशुदा होते हुए भी खुद को कुंवारा बता नजदीकियां बढ़ाईं और शादी का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाने लगे। युवती को जब मोहसिन के शादीशुदा होने की जानकारी मिली तो उसने इसका विरोध किया। इसपर मोहसिन ने उसे पत्नी से जल्द तलाक होने पर शादी का आश्वासन देकर रिलेशन में जुड़े रहने को कहा।
दो दिन पहले युवती ने मोहसिन की पत्नी से फोन पर संपर्क किया। मोहसिन की पत्नी ने वैवाहिक जीवन अच्छी तरह से चलने की बात कही। सूत्रों के अनुसार जब युवती ने एसीपी से सवाल किया तो एसीपी ने उसके बारे में गलतबयानी शुरू कर दी, जिसके बाद उसने पहले आईआईटी प्रबंधन से शिकायत की। फिर गुरुवार दोपहर कल्याणपुर थाने पहुंचकर एसीपी के खिलाफ तहरीर दे दी।
अपने ही एसीपी की खिलाफ तहरीर मिलने पर थाना प्रभारी ने उच्चाधिकारियों से संपर्क किया और उनके निर्देश पर केस दर्ज कर लिया। अधिकारियों ने पहले तो एसीपी को तत्काल पुलिस मुख्यालय लखनऊ से संबद्ध कर दिया। फिर डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने आईआईटी पहुंचकर प्रारंभिक जांच कर उसके बयान दर्ज किए। अब एडीसीपी ट्रैफिक अर्चना सिंह के नेतृत्व वाली एसआईटी को जांच विस्तृत सौंपी गई है।
पीड़ित छात्रा की तहरीर पर एसीपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है। जल्द ही छात्रा के मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज किए जाएंगे। साथ ही पूरे मामले में जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है। एसआईटी डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा के पर्यवेक्षण में काम करेगी। -हरीश चंदर, एडिशनल सीपी कानून व्यवस्था……………………………………………………………
यहां जानिए पूरा मामला?कानपुर IIT मेंएसीपी साइबर क्राइम और क्रिमिनोलॉजी की पढ़ाई कर रहे थे. इसी दौरान छात्रा से मुलाकात हुई. छात्रा का आरोप है कि ACP ने प्यार में फंसाकर रेप किया. ACP के शादीशुदा होने के साथ अन्य सच्चाई सामने आने पर पीड़िता ने कानपुर पुलिस कमिश्नर से शिकायत की. पुलिस कमिश्नर के आदेश पर डीसीपी अंकिता शर्मा और एसीपी अर्चना सिंह सिविल ड्रेस में आईआईटी पहुंची. दोनों महिला अफसरों ने पूछताछ की तो आरोप सही पाया गया. पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने ACP के खिलाफ रेप समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करने का आदेश दिया है.
एसीपी मोहसिन खान पर आरोप लगाने वाली छात्रा को जब अधिकारी की पत्नी के गर्भवती होने का पता चला तो वो अंदर से टूट गई थी. लेकिन फिर भी किसी तरह से छात्रा ने अपनी किस्मत से समझौता करने का निर्णय लिया और सिर्फ एक शर्त रखी कि एसीपी का तबादला दूसरे शहर में कर दिया जाए. इस बात पर फैसला भी हो गया था और मामला रफा दफा होने वाला था, तभी आलाधिकारियों के सामने एसीपी ने छात्रा को साइको बताया और कहा कि इसका तो मानसिक डॉक्टर द्वारा इलाज कराया जा रहा है.
क्यों नहीं हो पाया समझौता?इस बात पर छात्रा भड़क गई और समझौते की सभी बातों से इनकार कर दिया. पीड़िता ने कहा कि एक तो मेरा इस्तेमाल किया और ऊपर से मुझे साइको बोल रहे हैं. इसके बाद छात्रा एफआईआर लिखाने पर अड़ गई. एफआईआर के अलावा पीड़िता ने कुछ और मांगे भी रखी हैं, जिसमें उसकी सुरक्षा, निष्पक्ष जांच, आरोपी के सहयोगियों के आईआईटी में प्रवेश पर रोक और उसकी पहचान गोपनीय रखना शामिल है.