नोएडा के कॉल सेंटर से अमेरिका में ठगी…76 गिरफ्तार ?

नोएडा के कॉल सेंटर से अमेरिका में ठगी:ऑनलाइन खरीदते थे डाटा, एक साथ भेजते थे 10 हजार मैसेज; 76 गिरफ्तार

नोएडा पुलिस ने शुक्रवार को एक फर्जी कॉल सेंटर पर छापेमारी कर 76 लोगों को गिरफ्तार किया। ये लोग लैपटॉप पर बग भेजकर अमेरिकी नागरिकों को अपने जाल में फंसाते थे। फिर इनसे ठगी करते थे। ये लोग करीब 1500 लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं।

डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया- पकड़े गए लोगों में 67 युवक और 9 युवतियां शामिल हैं। इनमें अधिकतर लोग नॉर्थ ईस्ट के रहने वाले हैं। इनके कब्जे से 58 लैपटॉप, 1 एप्पल मैक बुक, 45 लैपटॉप चार्जर, 2 राउटर, 45 हेडफोन, 24 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। जिनका डाटा साइबर टीम की मदद से एनालिसिस किया जा रहा है।

नोएडा सेक्टर-63 में कुरुनाल रे, सौरम, सादिक और साजिद अली इंस्टा सलूशन नाम से एक कॉल सेंटर चला रहे थे। साइबर फ्रॉड के मामले में ये पहले भी जेल जा चुके हैं।

इंस्टा सॉल्यूशन कॉल सेंटर से बरामद किए गए लैपटॉप।
इंस्टा सॉल्यूशन कॉल सेंटर से बरामद किए गए लैपटॉप।

सिस्टम पर बग भेजकर ठगी

पुलिस ने बताया, कॉल सेंटर में सेक्शन बंटे थे। स्काइप एप के जरिए ग्राहकों का पर्सनल डेटा खरीदते थे। डेटा आने के बाद 10 हजार अमेरिकी नागरिकों के कंप्यूटर में एक साथ बग भेजते, तो कम्प्यूटर की स्क्रीन नीली हो जाती है।

इसके बाद स्क्रीन पर एक नंबर दिखाई देता है। इस नंबर पर जैसे ही अमेरिकी नागरिक फोन लगाते तो कॉल उनके सर्वर के जरिए सिस्टम पर आ जाती। कॉल सेंटर में बैठे लोग कॉल रिसीव करते और यहीं से ठगी का खेल शुरू होता।

कॉल सेंटर के लोग खुद को माइक्रोसॉफ्ट का अधिकारी बताकर उनकी समस्या का समाधान करने के लिए 99+ डालर या इससे अधिक का पेमेंट मांगते हैं। जब अमेरिकी नागरिक पेमेंट कर देते तो पीड़ित को एक कमांड बताते। जिससे उनका कम्प्यूटर ठीक हो जाता है।

ये लोग कॉल सेंटर से अमेजन सपोर्ट, टेक सपोर्ट और PAY-DAY के नाम पर ठगी करते थे। पेमेंट USDT में US के लोगों का पेमेंट कराते हैं, जो डिजिटल करेंसी में होता है।

इसी सर्वर और राउटर की मदद से कॉल सिस्टम पर लेते थे।
इसी सर्वर और राउटर की मदद से कॉल सिस्टम पर लेते थे।

ठगी के और भी तरीके…

लोन के नाम पर पुलिस की पूछताछ में कॉल सेंटर के एक कर्मचारी ने बताया, हम यूएस के ऐसे नागरिकों का डेटा निकालते थे, जिन्होंने किसी ना किसी साइट पर लोन का आवेदन किया होता था। हम उनके फोन पर लोन के संबंध में एक मैसेज भेजते हैं।

जिस व्यक्ति को लोन की जरूरत होती है वह या तो हमें फोन पर मैसेज भेजता या कॉल करता। फिर हम उससे लोन कराने के लिए 100, 500+ (डालर) की मांग करते हैं। अगर उसके पास पैसा होता है तो हम उससे पैसा एप्पल E-BAY, वॉलमार्ट गिफ्ट कार्ड के माध्यम से ले लेते हैं। अगर उसके पास पैसा नहीं होता तो हम उसे फर्जी चेक भेजते हैं।

वाइस नोट भेजकर ठगी कॉल सेंटर के कर्मचारी ने बताया, विदेशी ग्राहकों को एक VOICE NOTE भेजते हैं। जिसमें ग्राहकों को बताया जाता है कि ‘आपका पार्सल रेडी टू डिलीवर है। आपने अगर ये पार्सल नहीं मंगाया है, तो आपका अकाउंट चोरी हो गया है।’ ये सुनकर ग्राहक डर जाता है।

फिर हम ग्राहक से उसका नया अमेजन अकाउंट बनवाने के नाम पर पैसे की मांग करते हैं। हम सभी लोग अपने-अपने लैपटॉप मोबाइल बदल-बदलकर काम करते हैं। हम अधिकतर विदेशी नागरिकों को अपना शिकार बनाते थे, ताकि कोई हमारे ऑफिस आकर शिकायत न कर सकें।

गिरफ्तार किए गए ज्यादातर लोग नॉर्थ ईस्ट के हैं। जिनकी अंग्रेजी अमेरिकन स्टाइल की होती है।
गिरफ्तार किए गए ज्यादातर लोग नॉर्थ ईस्ट के हैं। जिनकी अंग्रेजी अमेरिकन स्टाइल की होती है।

हवाला से जुड़ा कारोबार इन लोगों ने अमेरिका में एक नागरिक को अपना एजेंट बनाया था। उसी के जरिए गिफ्ट कार्ड या ऑनलाइन पेमेंट को इंडियन करेंसी में बदलकर हवाला के जरिए यहां मंगाते थे। इसके अलावा हवाला से जुड़े कई नंबर भी मिले हैं। जिनकी जांच की जा रही है।

ये गैंग गुजरात में भी कॉल सेंटर ऑपरेट कर चुका है। इस मामले में चाइना का कनेक्शन भी सामने आ रहा है। डीसीपी ने बताया कि जांच के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकता है।

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