ग्वालियर : किला, जलविहार, मुरार मंडी और लक्ष्मीबाई कॉलोनी वाहन से जाएं तो खुद करें निगरानी
- पुलिस ने जारी किए स्थान, जिन स्थानों पर सीसीटीवी नहीं वहां चोर गैंग सक्रिय
किला, जल विहार, राजीव प्लाजा, सिटी सेंटर, मुरार सब्जी मंडी, पंजीयन कार्यालय और जेएएच कैंपस यह वह स्थान है जिसे पुलिस ने वाहन चोरी की घटनाओं में हॉट स्पॉट चिह्नित किया है। पुलिस ने वर्ष 2023 और वर्ष 2024 में वाहन चोरी की घटनाओं के बाद इन स्थानों को चिह्नित किया है। वहीं कॉलोनी की बात करें तो लक्ष्मीबाई कॉलोनी और आनंद नगर में वाहन चोर गैंग सक्रिय है।
खासबात यह है कि चोरों ने उन स्थानों पर वाहन चोरी की घटनाओं को ज्यादा अंजाम देते हैं, जहां सीसीटीवी कैमरे नहीं है या फिर कम संख्या में है। इसी का परिणाम है कि मुरार क्षेत्र में सीसीटीवी लगने के बाद यहां वाहन चोरी की घटनाओं में कमी आई है। वहीं पड़ाव में वर्ष 2023 में जहां 178 वाहन चोरी हुए थे।
वहीं सीसीटीवी लगने के बाद वर्ष 2024 में 106 वाहन चोरी की घटनाएं हुई। वहीं बहोड़ापुर क्षेत्र में वर्ष 2023 में 92 वाहन चोरी हुए थे। इस क्षेत्र में सीसीटीवी नहीं लगने से वर्ष 2024 में 111 दोपहिया वाहन चोरी हुए। जिले से वर्ष 2024 में 1153 वाहन चोरी की रिपोर्ट दर्ज की गई। जबकि वर्ष 2023 में यह आंकड़ा 1322 था।
पुलिस की प्लानिंग: गश्ती दल बढ़ाएंगे, सीसीटीवी लगवाएंगे
पुलिस की प्लानिंग है कि जिन स्थानों पर वाहन चोरी की घटनाएं ज्यादा हो रही हैं वहां नियंत्रित करने के लिए हॉट स्पॉट चिन्हित कर प्लानिंग की जा रही है। इन स्पॉट पर गश्ती दल की निगरानी बढ़ाई जाएगी। अब ऐसा पुलिस दावा कर रही है। इन स्पॉट पर सीसीटीवी लगवाने के व्यवस्था के लिए भी पुलिस पहल करेगी। वाहन चोरी होते ही उसे लूट या हत्या की घटना की तरह पुलिस टीम ट्रैक करने की प्लानिंग कर रही है।
चोरी गई बाइक नहीं मिली क्लेम के लिए मशक्कत
शहर के पड़ाव इलाके के बैजाताल से मुरार के एसआर प्रजापति की नई बाइक अगस्त में चोरी हुई थी। अब तक पुलिस चोरी गई बाइक नहीं ढूंढ पाई है। वहीं फरियादी को एफआर के लिए भी मशक्कत करना पड़ रही है। पांच माह बाद भी बाइक मालिक चोरी की बाइक बरामदगी या क्लेम के इंतजार में थाने के चक्कर लगा रहे हैं। वाहन चोरी का आंकड़ा छिपाने के लिए पुलिस कई मामलों में एफआईआर ही नहीं करती है।
चोरी की बाइक मिली नहीं, वेतन से कट रही है किश्त
कंपू इलाके से मासूम खरे की नई बाइक चोरी हुए करीब 3 माह से अधिक का समय हो गया है। यह बाइक उसने फाइनेंस कराई थी। जिसकी किश्तें अभी पूरी नहीं हुई हैं। बाइक का बीमा खत्म हो जाने के कारण वाहन मालिक को बीमा का क्लेम भी नहीं मिल सका है। ऐसे में फाइनेंस कंपनी वेतन से वाहन की किश्तें काट रही है। वहीं पुलिस चोरी गई उसकी बाइक को अब तक बरामद नहीं कर पाई है। जिस कारण उस पर दोहरा भार पड़ रहा है।
पुलिस बना रही है एक्शन प्लान
वाहन चोरी की घटनाओं को नियंत्रित करने व चोरी होने वाले वाहनों की बरामदगी के लिए प्लान तैयार किया है। थाना स्तर पर इसे लागू किया गया है। इस पर अमल हो इसलिए सीएसपी व एएसपी को निगरानी की जिम्मेदारी दी गई। इस प्लान की समीक्षा भी की जाएगी। -धर्मवीर सिंह, एसएसपी