121 करोड़ रुपए का पौने 3 किमी लंबा ब्रिज तैयार …30 की बजाय 5 मिनट में पूरी होगा दूरी !

121 करोड़ रुपए का पौने 3 किमी लंबा ब्रिज तैयार
GG फ्लाईओवर से गुजरेगा एमपी नगर का 60% ट्रैफिक, 30 की बजाय 5 मिनट में पूरी होगा दूरी

भोपाल के सबसे लंबे GG (गणेश मंदिर से गायत्री मंदिर तक) फ्लाई ओवर का काम पूरा हो गया है। पौने 3 किमी लंबा यह ब्रिज 121 करोड़ रुपए की लागत से बना है। 15 दिन में थर्ड आर्म यानी, तीसरी भुजा और सर्विस लेन भी पूरी हो गई है। इस ब्रिज का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी कर सकते हैं।

हालांकि, केंद्रीय मंत्री गड़करी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की तारीख अभी तय नहीं हो पाई है। इससे पहले ब्रिज की ओपनिंग 3 जनवरी को होने की उम्मीद थी, लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन से कार्यक्रम टाल दिया गया था। उम्मीद है कि इसी सप्ताह ब्रिज से ट्रैफिक शुरू कर दिया जाएगा। 

2 की बजाय 4 साल लगे यह भोपाल का सबसे लंबा ब्रिज है। इसकी लंबाई 2734 मीटर यानी, करीब पौने 3 किमी है। इसका काम दिसंबर 2020 में शुरू हुआ था। जिसे 2 साल में बन जाना था। लेकिन इसे बनने में 4 साल लगे। पहले 26 दिसंबर को ब्रिज की ओपनिंग करने की बात सामने आई थी, लेकिन थर्ड आर्म नहीं बनने की वजह से ट्रैफिक शुरू नहीं हो सका था। वहीं, पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह गुजरात दौरे पर चले गए थे। 3 जनवरी को भी उद्घाटन की तारीख तय की जा रही थी। लेकिन पूर्व प्रधानमंत्री सिंह के निधन के चलते उद्घाटन कार्यक्रम टाल दिया गया।

लोड, लाइटिंग टेस्ट पूरे पीडब्ल्यूडी के अफसरों के मुताबिक, गणेश मंदिर से वल्लभ भवन चौराहा की ओर आने वाली पहली और दूसरी आर्म का काम पूरा हो चुका है। इस रूट पर लोड टेस्ट भी हो चुका है। फिर भी ट्रैफिक का संचालन शुरू होने पर लोगों को कोई परेशानी न आए, इसलिए यहां कुछ बदलाव किए जा रहे हैं। मैनिट के एक्सपर्ट्स से मिली सलाह के बाद पीडब्ल्यूडी के अफसरों ने ये बदलाव किए हैं।

फ्लाईओवर गणेश मंदिर से गायत्री मंदिर के बीच बना है। जिसकी लंबाई करीब पौने तीन किमी है।
फ्लाईओवर गणेश मंदिर से गायत्री मंदिर के बीच बना है। जिसकी लंबाई करीब पौने तीन किमी है।

60% ट्रैफिक गुजरेगा, एमपी नगर में नहीं लगेगा जाम 15 मीटर चौड़े इस फ्लाईओवर से एमपी नगर आने वाला 60% ट्रैफिक गुजर जाएगा। जिससे केवल 5 मिनट में पौने तीन किमी की दूरी तय हो सकेगी। ट्रैफिक एक्सपर्ट की माने तो पिक अवर्स यानी सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक और शाम 5 से रात 8 बजे के बीच एमपी नगर रोड का पैसेंजर कार यूनिट (पीसीयू) 10 हजार तक है। इनमें से 60% वाहन ऐसे होते हैं, जिन्हें एमपी नगर में दाखिल ही नहीं होना होता है। ये ट्रैफिक सरकारी दफ्तरों, चेतक ब्रिज, रानी कमलापति स्टेशन, रचना नगर या मान सरोवर की ओर जाता है। फ्लाई ओवर न होने से ये वाहन एमपी नगर में ट्रैफिक जाम का कारण बनते हैं। पुराने भोपाल, एयरपोर्ट की ओर जाने वाले लोग जाम में फंसे बिना ही गुजर जाएंगे।

ब्रिज पर लाइटिंग के अलावा सोलर लाइट भी लगाई जा रही है।
ब्रिज पर लाइटिंग के अलावा सोलर लाइट भी लगाई जा रही है।

30 की बजाय 5 मिनट में पूरी होगी दूरी अभी मुख्य रास्ते से 3 किमी की दूरी तय करने में करीब 30 मिनट तक लग जाते हैं। दिन में भी ट्रैफिक का दबाव रहता है। इस फ्लाई ओवर के पास ही मेट्रो का काम भी चल रहा है। इस कारण भी जाम की स्थिति बनती है। फ्लाई ओवर बनने के बाद ये दूरी महज 5 मिनट में पार की जा सकेगी।

डीबी मॉल के सामने बना है जीजी फ्लाईओवर।
डीबी मॉल के सामने बना है जीजी फ्लाईओवर।

200 मीटर की थर्ड लेग बता दें, फ्लाई ओवर दो हिस्सों में बना है। इसमें 2534 मीटर की मुख्य लेन है, जबकि 200 मीटर का थर्ड लेग है। थर्ड लेग यानी गायत्री मंदिर के पास का आखिरी छोर, जहां से फ्लाई ओवर का ट्रैफिक दो भागों में बंटेगा। यहां काम पूरा हो गया है। गुरुवार को लाइट की टेस्टिंग भी की गई। ब्रिज का रंगरोगन भी अंतिम दौर में है।

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