भोपाल-ग्वालियर में 8 जगह ईडी की रेड …पूर्व रजिस्ट्रार केके अरोरा के ठिकानों पर कार्रवाई !
अरोरा आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा से जुड़े बताए जा रहे हैं। ईडी की टीम सुबह करीब 5 बजे अरोरा के सभी ठिकानों पर पहुंची। फिलहाल, अधिकारी दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं।
पूर्व सीनियर सब रजिस्ट्रार अरोरा, विनय हासवानी के बिजनेस पार्टनर हैं। भोपाल के मेंडोरी स्थित विनय हासवानी के फार्म हाउस से ही 54 किलो गोल्ड और 11 करोड़ कैश से लदी कार मिली थी। वह आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के मौसा, पूर्व डीएसपी मुनीश राजोरिया का दामाद है।
भोपाल में डॉ. अग्रवाल के घर, अस्पतालों पर रेड भोपाल में डॉ. श्याम अग्रवाल के इंद्रपुरी बी सेक्टर स्थित घर पर ईडी पहुंची है। इंद्रपुरी में ही नवोदय कैंसर हॉस्पिटल और एमपी नगर स्थित उनके दूसरे अस्पताल में टीम जांच कर रही है। ईडी को जांच के दौरान भारी मात्रा में निवेश से जुड़े दस्तावेज और कैश मिलने का अनुमान है। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं की गई है।

ग्वालियर में किरायेदारों से पूछताछ पड़ोसियों के मुताबिक, केके अरोरा और उनकी पत्नी 25 दिन पहले ही घर से चले गए थे। वे बेंगलुरू में हैं। उनके घर में दो किरायेदार रहते हैं, जिनसे पूछताछ की जा रही है। ईडी की टीम ने छापेमारी के वक्त किरायेदारों को घर के अंदर लॉक कर दिया था। उनके बच्चों को भी स्कूल नहीं जाने दिया गया।

सौरभ पर चेक पोस्ट पर तैनाती में दलाली के आरोप परिवहन विभाग (आरटीओ) में कॉन्स्टेबल रहे सौरभ शर्मा और उसके करीबियों पर नाकों पर तैनाती कराने के लिए दलाली के आरोप हैं। सौरभ ने महज 12 साल की नौकरी में प्रदेशभर में करोड़ों का अवैध साम्राज्य खड़ा कर लिया।
मूल रूप से ग्वालियर के रहने वाले सौरभ को पिता की जगह अनुकंपा नियुक्ति मिली थी। चंद साल की नौकरी में ही उसका रहन-सहन बदल गया था। इसकी शिकायत परिवहन विभाग सहित अन्य जांच एजेंसियों पर की जाने लगीं तो सौरभ ने वीआरएस लेने का फैसला लिया। इसके बाद भोपाल के कई नामचीन बिल्डरों के साथ प्रॉपर्टी में इन्वेस्टमेंट करने लगा।
सौरभ के ठिकानों पर लोकायुक्त की कार्रवाई चल रही थी, इसी बीच 19 और 20 दिसंबर की रात इनकम टैक्स की टीम ने मेंडोरी के जंगल में इनोवा कार से 54 किलो सोने की सिल्लियां और 11 करोड़ रुपए नगद बरामद किए।

विनय हासवानी ही कार फार्म हाउस ले गया था सूत्रों के मुताबिक, विनय हासवानी ही 19 दिसंबर 2024 को इनोवा कार को चार से पांच गाड़ियों के काफिले में दो बार मेंडोरी ले गया था। इसके बाद उसके लोग इस कार को लगातार वॉच कर रहे थे। जिस जगह पर गाड़ी जब्त की गई, वहां सिर्फ 3 फॉर्म हाउस हैं। उससे आगे जाने का कोई रास्ता भी नहीं है।

जबलपुर में रिश्तेदारों के यहां भी मारी थी रेड इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भोपाल की टीम ने जबलपुर में सौरभ शर्मा के जीजा रोहित तिवारी के ठिकाने पर दबिश दी थी। ईडी भोपाल में सौरभ के सहयोगी शरद जायसवाल और ग्वालियर में चेतन सिंह गौर के घर-दफ्तर पर छापेमारी कर 23 करोड़ रुपए की चल अचल संपत्ति जब्त कर चुकी है। ईडी मामले की जांच आयकर विभाग की जांच से अलग हटकर कर रही है।
तीन एजेंसियों ने की थी छापे की कार्रवाई बता दें कि आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के यहां 9 दिन में तीन जांच एजेंसियों- ईडी, लोकायुक्त और आयकर विभाग ने छापे की कार्रवाई की थी। इस दौरान उसके पास 93 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी मिली। इनमें कार में मिला 54 किलो सोना और 11 करोड़ कैश भी शामिल हैं।