ग्वालियर : 2 बार हुआ भूमिपूजन, काम शुरू नहीं हो पाय .. निगम चार विभागों से NOC तक नहीं ले पाया !

चंबल नदी से कोतवाल बांध तक पानी लाने की महत्वाकांक्षी योजना 11 महीने बाद भी ठप पड़ी है। पहले प्रोजेक्ट राजनीतिक विवादों में उलझा रहा, वहां से जैसे तैसे बाहर निकला तो केंद्रीय और राज्य स्तरीय विभागों से जरूरी अनापत्तियां (एनओसी) न मिलने से काम अटक गया। प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने के लिए नगर निगम को छह विभागों से एनओसी लेनी है लेकिन वह 11 माह बीत जाने के बाद भी 4 विभागों से एनओसी तक नहीं ले पाया है।
नगर निगम ग्वालियर को नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के साथ ही रेलवे, लोक निर्माण विभाग, एमपीआरडीसी से काम के लिए अनापत्ति प्रमाण-पत्र लेना है। अभी जल संसाधन विभाग और राज्य पुरातत्व एवं संग्रहालय से ही एनओसी मिली है। लोक निर्माण की सड़क रायरू से मोतीझील तक है। इसकी भी स्वीकृति नगर निगम अभी तक नहीं ले पाया है।
नगर निगम ने 24 मार्च 2024 को इस प्रोजेक्ट के लिए 458.68 करोड़ रुपए का ठेका जयंती सुपर कंस्ट्रक्शन और इनविराड प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को दिया था। कंपनी को 24 महीने में कार्य पूरा करना था। लेकिन 11 महीने निकल जाने के बाद भी एक भी पाइप जमीन में नहीं रखा जा सकी है। पहले भूमि पूजन को लेकर भाजपा के दो गुट आपस में उलझे रहे और एक बार नहीं दो बार उक्त प्रोजेक्ट का दो मुख्यमंत्रियों से भूमि पूजन कराया गया। उसके बावजूद अभी तक काम शुरू नहीं हो पाया है।
पाइप लाइन के लिए हाइवे पर नहीं हो पा रही खुदाई, क्योंकि… नगर निगम ने एनएचएआई के 20.52 करोड़ रुपए नहीं चुकाए
एनएचएआई ने ग्वालियर-आगरा रोड पर 28 किलोमीटर के दायरे में काम करने की स्वीकृति शर्तों के साथ देने का पत्र भेजा था। उसमें डिपॉजिट लाइसेंस फीस ~16.57 करोड़ और बैंक गारंटी के ~3.95 करोड़ जमा करने को कहा था, लेकिन नगर निगम ग्वालियर अब तक यह राशि जमा नहीं कर सका। इसी कारण कंपनी ने काम शुरू नहीं किया।
कहां-कहां बिछेगी पाइपलाइन?
- मुरैना शहर: ड्राइंग-डिजाइन तैयार। 7.50 किलो मीटर के दायरे में डक्ट बनाकर पाइप लाइन डाली जाएगी।
- नूराबाद: सर्विस रोड पर 2 किमी खुदाई कर डक्ट बनाई जाएगी।
- बानमोर: हाइवे के पास 3.50 किमी की खुदाई कर पाइपलाइन बिछेगी।
नोट: पानी की लाइन के लिए 2.50 मीटर गहराई के लिए सड़क खुदेगी। इसमें 1200 से 1500 एमएम व्यास वाली पानी की लाइन डलेगी।
कैसे आएगा पानी
- चंबल नदी का पानी मुरैना नगर निगम इंटकवैल के माध्यम से देवरी गांव में बन रहे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर आएगा। यहां से गुजर रही पाइप लाइन से निगम पानी संपवेल पर लेगा।
- देवरी गांव से चंबल का 90 मिलियन लीटर (एमएलडी) पानी प्रति दिन भेजा जाएगा। कोतवाल बांध से 60 एमएलडी पानी के लिए लाइन डलेगी जो देवरी से आ रही लाइन से जुड़ेगी।
- दोनों स्थान से ग्वालियर को कुल 150 एमएलडी पानी रोज मिलेगा।
जिम्मेदार बोले-
NOC के बाद काम शुरू करेंगे
आगरा-ग्वालियर नेशनल हाइवे पर खुदाई का काम शुरू नहीं हुआ है। क्योंकि अभी एनएचएआई से एनओसी नहीं मिली है। बिना उसके काम नहीं कर सकते है। -एफआई खान, प्रोजेक्ट इंजीनियर इनविराड कंपनी
जल्दी ही राशि जमा कराएंगे
पानी की लाइन के लिए एनएएचआई से एनओसी लेने की कार्रवाई चल रही है। इसके लिए राशि जमा कराना है। जल्द ही राशि जमा करा दी जाएगी।–संजीव गुप्ता, कार्यपालन यंत्री ननि