भोपाल में बढ़ रहे सड़क हादसे, 3 साल में 15% बढ़े 108 एंबुलेंस के कॉल ?

- 2022 में 5115, 2023 में 5390 और 2024 में 5869 कॉल्स – सबसे ज्यादा कॉल साकेत नगर इलाके से
शहर में सड़क हादसों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बीते एक साल में एम्स, साकेत और शक्तिनगर से सबसे ज्यादा 397 मरीज अस्पताल पहुंचे। इस साल अब तक कुल 5869 एक्सीडेंट केस अस्पताल लाए गए। यानी हर महीने औसतन 489 लोग सड़क हादसों का शिकार हो रहे हैं। 108 एंबुलेंस सेवा की सर्वे रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि बीते तीन साल में हादसों में 15% की बढ़ोतरी हुई।
2022-23 में 5115 कॉल दर्ज हुईं। 2023-24 में यह संख्या बढ़कर 5390 हो गई। हर साल करीब 750 नई इमरजेंसी कॉल्स जुड़ रही हैं। रिपोर्ट में बताया गया कि गंभीर चोट और इलाज में देरी के कारण 3% लोगों की जान चली जाती है। कई लोग अपंग हो जाते हैं। रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि ग्रामीण क्षेत्रों जैसे रातीबड़ और नजीराबाद से कम कॉल्स आती हैं।
या तो यहां इमरजेंसी कम होती है या फिर कॉलिंग सुविधा और जागरूकता की कमी है। जेपी अस्पताल के पास सबसे ज्यादा 450 कॉल्स दर्ज हुईं। यहां जिला अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर होने के कारण रेफर केस ज्यादा आते हैं। इसी तरह हमीदिया अस्पताल के आसपास ओल्ड भोपाल से 113 कॉल्स दर्ज हुईं।

हादसों की बड़ी वजहें {यातायात नियमों की अनदेखी या जानकारी का अभाव {सड़क पर गड्ढे, ब्लैक स्पॉट, जल्दबाजी, ओवर स्पीड, शराब पीकर गाड़ी चलाना और क्षमता से ज्यादा सवारी ले जाना {युवा तेज गाड़ी चलाने और स्टंट करने में दुर्घटना का शिकार हुए {हेलमेट और सीट बेल्ट का प्रयोग न करना।
सीट बेल्ट और हेलमेट का उपयोग नहीं करने के मामलों में ज्यादातर लोगों को गंभीर चोट लगती है। लोगों से अपील है कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें और ओवर स्पीडिंग से बचें। -तरुण सिंह परिहार, सीनियर मैनेजर, मप्र 108 एंबुलेंस सेवा