थाना परिसर में हेड कॉन्स्टेबल को गोली मारी !

सतना के जैतवारा थाना परिसर में आधी रात को नकाबपोश युवक ने हेड कॉन्स्टेबल को गोली मार दी। गोली उसके कंधे के पास लगी। हमलावर मौके से फरार हो गया।
मामला सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात करीब 12 बजे का है। हेड कॉन्स्टेबल प्रिंस गर्ग थाना परिसर में बने बैरक में रहता है। रात को ड्यूटी से लौटकर खाना खाने की तैयारी कर रहा था। इसी दौरान कमरे के बाहर से आवाज आई। प्रिंस बाहर आया और देखा कि एक नकाबपोश युवक खड़ा है। प्रिंस के बाहर आते ही युवक ने कट्टे से उस पर फायर कर दिया।
थाने का स्टाफ अस्पताल लेकर पहुंचा
फायरिंग की आवाज सुनकर थाने का स्टाफ बाहर आया। प्रिंस को घायल देखा। उसे तुरंत जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। सीटी स्कैन में शरीर के अंदर गोली नहीं मिली। फिर भी एहतियात के तौर पर प्रिंस को संजय गांधी अस्पताल, रीवा रेफर किया गया है। उसकी हालत स्थिर बताई गई है।

पुलिस टीमें कर रही छापेमारी
थाना परिसर में पुलिसकर्मी पर हमले की जानकारी मिलते ही एसपी आशुतोष गुप्ता और अन्य अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे। हेड कॉन्स्टेबल प्रिंस से घटना की जानकारी ली।
सीएसपी महेंद्र सिंह ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान कर ली गई है। गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें रवाना कर दी गई हैं। कुछ संदेहियों को भी हिरासत में लिया गया है।

गोली मारने वाला युवक मुंह बांधे था
हेड कॉन्स्टेबल गर्ग ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि गोली मारने वाला युवक मुंह बांधे हुए था। उसे संदेह है कि वह मेहुती निवासी आदर्श शर्मा उर्फ पच्चू है। कुछ दिन पहले प्रिंस ने उसकी गाड़ी थाने में खड़ी कराई थी। उसे लेकर वह काफी नाराज था।
घायल हेड कॉन्स्टेबल के भाई प्रशांत तिवारी ने कहा- बड़े भाई प्रिंस गर्ग यहां दो महीने से पदस्थ हैं। भाई की लोकेशन साहिल त्रिपाठी ने दी और आदर्श ने गोली चलाई। उन्होंने ऐसा क्यों किया, पता नहीं।
ग्रामीणों का कहना है कि आरोपी आदर्श शर्मा की हरकतों से परेशान होकर परिवार ने उसे घर से बाहर निकाल दिया है। परिजन उसके डर से घर पर ताला लगा कर रखते हैं। दादी ने भी डर से घर छोड़ दिया है।
कांग्रेस ने लिखा- जंगलराज से भी बदतर कानून-व्यवस्था
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया पर लिखा- सतना जिले के जैतवारा थाने में बदमाशों ने थाने में घुसकर आरक्षक प्रिंस गर्ग को सीने में गोली मार दी। मध्यप्रदेश की जनता भगवान भरोसे ही है। इस दुखद घटनाक्रम के लिए जिम्मेदार दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।
