न्यूयॉर्क से लेकर कैलिफोर्निया तक में क्यों मचा है बवाल?
अमेरिका में ट्रंप के खिलाफ ‘गदर’, न्यूयॉर्क से लेकर कैलिफोर्निया तक में क्यों मचा है बवाल?
खुद को दुनिया का सुपरबॉस समझने वाले ट्रंप के खिलाफ उन्हीं के देश में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. न्यूयॉर्क से लेकर कैलिफोर्निया और उसके शहर लॉस एंजिल्स में लोग सड़कों पर उतर आए हैं. सेना, पुलिस के साथ दो-दो हाथ कर रहे हैं. ये गुस्सा ट्रंप सरकार और उसकी नीति के खिलाफ फूटा है. अमेरिका में हालात इस वक्त गृहयुद्ध जैसे हैं.
अमेरिका में ट्रंप शासन के खिलाफ जनता सड़कों पर उतर आई है. पूरी दुनिया को शांति पर ज्ञान देने वाले ट्रंप के खिलाफ अब उनके ही देश में आवाज बुलंद होने लगी है. हालात इस कदर बेकाबू हो चुके हैं कि अब सेना को मोर्चा संभालना पड़ा है. आखिर ट्रंप ने ऐसा क्या किया कि न्यूयॉर्क से लेकर कैलिफोर्निया तक में बवाल मच गया. इस रिपोर्ट में देखिए
खुद को दुनिया का सुपरबॉस समझने वाले ट्रंप के खिलाफ उन्हीं के देश में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. न्यूयॉर्क से लेकर कैलिफोर्निया और उसके शहर लॉस एंजिल्स में लोग सड़कों पर उतर आए हैं. सेना, पुलिस के साथ दो-दो हाथ कर रहे हैं. ये गुस्सा ट्रंप सरकार और उसकी नीति के खिलाफ फूटा है. अमेरिका में हालात इस वक्त गृहयुद्ध जैसे हैं.
हथियारबंद सैनिक, सड़कों पर बख्तरबंद गाड़ियां और 2000 हजार से ज्यादा नेशनल गार्ड की तैनाती… तस्वीरें देखकर ऐसा लग रहा है मानो ट्रंप ने लॉस एंजिल्स को सेना के हवाले कर दिया है. आपके जहन में सवाल उठ रहा होगा कि आखिर सड़कों पर इतनी हिंसा क्यों है तो इसके पीछे हैं ट्रंप प्रशासन की अप्रवासन नीति.
अमेरिका में बवाल क्यों?
ट्रंप सरकार के अप्रवासन नीति को लेकर हिंसक प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. लॉस एंजिल्स में 118 अप्रवासियों की गिरफ्तारी के बाद हिंसा भड़क उठी. ICE की रेड पर भड़के लोगों ने सड़कों पर आगजनी और पत्थरबाजी शुरू कर दी. ट्रंप प्रशासन अवैध अप्रवासियों के खिलाफ सख्त है और बड़ी संख्या में गैर कानूनी तरीके से रह रहे अप्रवासियों को देश से निकाला जा रहा है. ट्रंप के इसी फैसले से प्रदर्शनकारी भड़क उठे हैं. प्रदर्शन की आग लॉस एंजिल्स से लेकर न्यूयॉर्क तक फैल गई है, जिससे ट्रंप खासे नाराज हैं.
यही वजह है कि ट्रंप ने कैलिफोर्निया के मेयर गैविन न्यूसम को फटकार लगाई है. प्रदर्शनकारियों से सख्ती से निपटने के आदेश दिए हैं. कैलिफोर्निया में 2 हजार नेशनल गार्ड भेज दिया है. लॉस एंजिल्स में भी नेशनल गार्ड की तैनाती की है. कैलिफोर्निया और लॉस एंजिल्स में पुलिस और प्रदर्शनकारी आमने-सामने हैं. प्रदर्शनकारी पुलिस और सेना पर पथराव कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों को तितर बितर करने के लिए सेना आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
ट्रंप के फैसले पर उठे सवाल
सेना की तैनाती को लेकर कैलिफोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूसम ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है. उन्होंने इसे ट्रंप का भड़काने वाला कदम करार दिया है. गैनिम न्यूसम ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ये फैसला भड़काऊ है और इससे सिर्फ तनाव ही बढ़ेगा. राष्ट्रपति ट्रंप ने 2,000 सैनिकों की तैनाती इसलिए नहीं की कि वहां कानून व्यवस्था खराब है, बल्कि इसलिए कि क्योंकि वो तमाशा चाहते हैं. ट्रंप की वजह से अमेरिका दो हिस्सों में बंटता नजर आ रहा है. ऐसे में एक सवाल ये भी है कि क्या अमेरिका में ट्रंप और उनकी सरकार के बुरे दिन शुरू हो गए हैं?