इंदौर : स्मार्ट सिटी मिशन के 10 साल पूरे ..अधूरे प्रोजेक्ट पूरे करने 104 करोड़ का लोन लेंगे !

जून 2015 में केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी मिशन प्रोजेक्ट की घोषणा की थी। 10 साल में इंदौर स्मार्ट सिटी मिशन में कुछ प्रोजेक्ट पूरे हुए तो कुछ अधूरे हैं। कुछ का काम भी शुरू नहीं हुआ है। अधूरे काम पूरे करने के लिए स्मार्ट सिटी कंपनी (आईएससीडीएल) बड़ा लोन लेने की तैयारी में है। कंपनी बोर्ड ने इसकी मंजूरी भी दे दी है। यह राशि एमओजी लाइन के एरिया की एक जमीन को मॉड-गेज रखकर ली जाएगी। इससे एमओजी लाइन के ही रीडेवलपमेंट में इन्फ्रास्ट्रक्चर वर्क सहित अन्य काम होंगे। आईटीएमएस और एमजी रोड पर कला संकुल का काम भी पूरा किया जाएगा।
151 करोड़ की जरूरत : पिछले दिनों इंदौर आए केंद्रीय सचिव विवेक अग्रवाल ने कला संकुल का दौरा किया था। उन्होंने प्रोजेक्ट जल्द पूरा करने के निर्देश दिए थे। अधिकारियों के मुताबिक स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए 151 करोड़ की आवश्यकता है। इसके लिए कंपनी 104.50 करोड़ का टर्म लोन लेगी। इसमें 10 करोड़ की ओवर ड्रॉफ्ट लिमिट होगी। बची 47 करोड़ की राशि प्रमोटर्स की हिस्सेदारी से जुटाएंगे। लोन का भुगतान 5 साल में तिमाही किस्तों के आधार पर होगा।
विश्राम बाग, दशहरा मैदान और स्कॉडा सहित कई प्रोजेक्ट अधूरे
इंदौर ने तीन तरह के प्रोजेक्ट बनाकर सबमिट किए थे। इसमें रेट्रोफिटिंग (एबीडी एरिया-राजबाड़ा क्षेत्र का विकास), रीडेवलपमेंट (एमओजी लाइन का विकास) और ग्रीनफील्ड डेवलपमेंट (स्मार्ट सॉल्यूशन)। एबीडी एरिया में प्रमुख सड़कों का निर्माण हुआ, लेकिन 24 घंटे पानी, स्कॉडा सिस्टम, अंडरग्राउंड लाइटिंग जैसे काम अधूरे। रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट में अब तक एक भी ब्लॉक का निर्माण शुरू नहीं हुआ। स्मार्ट सॉल्यूशन में कचरा ट्रांसफर स्टेशन, मेयर हेल्पलाइन एप जैसे काम हुए। दशहरा मैदान, विश्राम बाग, कान्ह-सरस्वती फ्रंट डेवलपमेंट में भी काम बाकी है।
कर्ज की राशि से यह काम होंगे
- 63 करोड़ : एमओजी लाइन लैंड पार्सल-1 का इन्फ्रास्ट्रक्चर और यूटिलिटी डेवलपमेंट का काम।
- 20 करोड़ : एमओजी लाइन लैंड पार्सल-2 का डेवलपमेंट और कुछ सरकारी विभागों की शिफ्टिंग।
- 23 करोड़ : मराठी कला संकुल का आंतरिक विकास व अन्य काम।
- 26 करोड़ : आईटीएमएस (इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) के काम।
- 13 करोड़ : जहां जरूरत होगी, वहां उपयोग कर लेंगे ।
- 5.25 करोड़ : कर्ज पर लगने वाला ब्याज।