कोरोना काल में कांग्रेसियों को धरना देना पड़ा महंगा, विधायक समेत 50 पर केस दर्ज
विदिशा: मध्य प्रदेश में जहां एक तरफ कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. जिसे देखते हुए कहीं लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जा रही है तो कहीं शासन सख्त कदम उठा रहा है. वहीं विदिशा के कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन करने मैदान में उतर रहे हैं. कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव और नगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष समेत 50 कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ लॉकडाउन के उल्लंघन के मामले में धारा 188 और 144 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है. लेकिन विधायक को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ रहा है बल्कि विधायक का कहना है,”जनता के हित में आवाज उठाने पर मैं जेल जाने को भी तैयार हूं.”
दरअसल कांग्रेस विधायक शशांक भार्गव ने अपने समर्थकों के साथ 28 जुलाई को माधवगंज चौराहे पर बकायदा टेंट लगाकर एक धरना प्रदर्शन किया था. जिसमें उन्होंने अन्न त्याग करके उपवास की घोषणा की थी. उन्होंने ये धरना प्रदर्शन जिले के अस्पतालों में कोविड-19 के पेशेंट के लिए उचित सुविधाएं नहीं होने के विरोध में किया था. साथ ही उनका कहना था कि जिला अस्पताल में भारी अनियमितताएं और अवस्थाएं हैं. हालांकि कुछ देर बाद जिला कलेक्टर ने फोन पर बात कर इन लोगों को समझाया. जिसके बाद ये धरना खत्म किया गया.
इन सब पर विधायक का कहना है कि मैंने जिला अस्पताल सहित जिले के अन्य अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों के लिए सही व्यवस्था ना होने को लेकर ये धरना प्रदर्शन किया था. जिस पर राज्य सरकार के इशारे पर मेरे ऊपर कोतवाली में मामला दर्ज कर लिया गया है.
वहीं टीआई वीरेंद्र झा ने बताया कि उन्हें एसडीएम का एक पत्र प्राप्त हुआ था. उसके बाद विधायक शशांक भार्गव नगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष समेत अन्य 50 लोगों पर लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.