बिहार में आरजेडी गठबंधन के साथ मुस्लिम वोट, एनडीए को ऊंची जातियों का साथ: ओपिनियन पोल
बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Legislative Assembly Election) जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं अटकलों का दौर शुरू हो चुका है. इस बीच वीएमआर सर्वे (VMR Bihar Opinion Poll) में यह देखने की कोशिश की गई है कि बिहार में किस पार्टी या गठबंधन को किस जाति, समुदाय का कितना सपोर्ट मिल रहा है या मिल सकता है. इस सर्वे में पाया गया है कि ऊंची जाति के लोग जहां एनडीए पार्टियों के साथ खड़े हैं, वहीं मुस्लिम वोट बैंक आरजेडी गठबंधन के साथ मजबूती से खड़ा है.
एनडीए गठबंधन में फिलहाल भारतीय जनता पार्टी, जनता दल यूनाइटेड, हिंदुस्तान आवाम मोर्चा और लोक जनशक्ति पार्टी शामिल हैं. वहीं यूपीए गठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और कुछ छोटे दल शामिल हैं.
आरजेडी के पक्ष में अल्पसंख्यक वोट
पिछले विधानसभा चुनाव में जेडीयू और आरजेडी साथ थीं. तो जेडीयू को अल्पसंख्यकों का वोट भी मिला था. लेकिन इसबार वह वोट सिर्फ आरजेडी गठबंधन की तरफ शिफ्ट हो सकता है. लेकिन यह आरजेडी को बहुत ज्यादा फायदा देता नहीं दिख रहा क्योंकि एक बड़े वोट बैंक पर अभी एनडीए गठबंधन ही आगे दिख रहा है.
ओपीनियन पोल के मुताबिक, बिहार में एनडीए फिर से सरकार बनाने की ओर अग्रसर है. इसमें उसे 135 से 167 तक सीटें मिल सकती हैं. सर्वे में इस बात का भी अनुमान लगाया गया है कि किस पार्टी को किस समुदाय के लोग पसंद कर रहे हैं.
किस जाति का किस पार्टी को कितना सपोर्ट
एनडीए की बात करें तो ऊंची जाति का वोट उसे सबसे ज्यादा मिलता रहा है. 73 प्रतिशत ऊंची जाति के लोग एनडीए पार्टी को वोट देने के पक्ष में हैं. वहीं यूपीए गठबंधन के पक्ष में ऊंची जाति के सिर्फ 24 प्रतिशत लोग हैं. ओबीसी की बात करें तो 48 प्रतिशत लोग एनडीए और 36 प्रतिशत आरजेडी गठबंधन को पसंद करते हैं. एससी जाति के वोटर्स में 47 प्रतिशत आरजेडी गठबंधन और 41 प्रतिशत एनडीए को सपोर्ट करनेवाले हैं. मुस्लिम वोट बैंक की बात करें तो 70 फीसदी आरजेडी गठबंधन के सपोर्ट में हैं.