मध्य प्रदेश में सुविधा:सीएम हेल्पलाइन अब वाॅट्सऐप पर भी; शिकायत करने से लेकर उसकी पूरी जानकारी तत्काल मिलेगी, योजनाओं के बारे में भी जान सकेंगे
- कॉल करने की जरूरत नहीं है, सिर्फ वाॅट्सऐप पर मैसेज से शिकायत करना संभव
- बार-बार ऑफिसों के चक्कर लगाने और अधिकारियों से मिलने की जरूरत नहीं
मध्य प्रदेश में आम लोग को अब सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करना और आसान हो गया है। सीएम हेल्पलाइन की सुविधा अब वॉट्सऐप पर भी हो गई है। अब कोई भी व्यक्ति कहीं से भी सीएम हेल्पलाइन पर बिना कॉल किए बिना शिकायत कर सकता है। वह शिकायत की वर्तमान स्थिति के बारे में भी तत्काल जान सकता है। इसके लिए उसे ना तो ऑफिस के चक्कर लगाने पड़ेंगे और ना ही किसी अधिकारी या कर्मचारी के सामने गिड़गिड़ाना होगा। मध्य प्रदेश सरकार ने इसके लिए वॉट्सऐप नंबर जारी कर दिया है। इसके माध्यम से मोबाइल फोन से किसी भी तरह की शिकायत तत्काल करना संभव हो गया है।
इस नंबर पर शिकायत की जा सकती है
शासन ने लोगों की मदद के लिए एक वॉट्सऐप नंबर जारी किया है। कोई भी वॉट्सऐप नंबर +91-7552555582 इस पर अब कहीं से कोई भी शिकायत कर सकता है। उसे बस अपने मोबाइल फोन पर इस नंबर को सेव करना होगा। उसके बाद वॉट्सऐप ऑप्शन में जाकर वह अपनी बात रख सकते हैं। अपनी तरफ से सिर्फ हाए लिखना होता है। उसके बाद चार विकल्प सामने आते हैं। इसमें शिकायत की स्थिति। नवीन शिकायत दर्ज कराना। योजनाओं की जानकारी और अन्य जानकारी शामिल होती है। बस अपना प्रश्न या अपनी समस्या मैसेज के रूप में लिखनी होगी। आगे की प्रोसेस अपने आप होती जाती है। बस उस प्रोसेस के अनुसार उसका जवाब देना होता है। किसी योजना की जानकारी के लिए इसमें एक लिंक आती है। इस पर सरकारी की योजनाओं के बारे में जानकारी भी मिल जाती है।
अभी यह व्यवस्था है
मध्य प्रदेश में लोगों की शिकायत सुनने के लिए 181 सीएम हेल्पलाइन नंबर है। इस पर व्यक्ति अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। उसे इस नंबर पर कॉल करना होता है। कॉल सेंटर में बैठ व्यक्ति अटेंड कर शिकायत दर्ज कराते हैं। वे फिर संबंधित विभाग को उस शिकायत को फॉरवर्ड कर देते हैं। उसके बाद संबंधित विभाग का अधिकारी शिकायतकर्ता से संपर्क कर शिकायत के निवारण के लिए काम करता है। ऐसे में कई बार शिकायत करने के बाद भी उसकी पूरी जानकारी नहीं मिल पाती। पीड़ित को कार्यालय के चक्कर काटने पड़ते हैं। इसी से बचाने के लिए अब वॉट्सऐप नंबर दिया गया है, ताकि वह अपनी समस्या ऑनलाइन कभी भी देख सकें।
यह आ रही थी समस्या
सीएम हेल्पलाइन में अधिक कॉल होने पर कई बार आवेदक को तत्काल शिकायत करने में दिक्कत होती थी। कॉल नहीं लगने की शिकायत भी रहती थी। इसी को देखते हुए वॉट्सऐप की अलग से सेवा शुरू की। हालांकि हेल्पलाइन नंबर भी जरी रहेगा। लोग अपनी सुविधा के अनुसार इनका उपयोग कर सकते हैं।