मध्य प्रदेश उपचुनाव: दिग्विजय सिंह बोले, कांग्रेस की टीम का सिर्फ एक ही कप्तान ‘कमलनाथ’
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में उपचुनाव पूरे शबाब पर हैं. 28 सीटों पर चुनाव होना है. इसके लिए 3 नवंबर को मतदान और 10 नवंबर को मतगणना होगी. कांग्रेस (Congress) और बीजेपी (BJP) दोनों पूरी ताकत से इस चुनाव में जुटे हुए हैं. बीजेपी की ओर से चेहरा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) हैं. साथ में ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर और दूसरे बड़े नेता पूरी ताकत से चुनाव में जुटे हुए हैं. जबकि कांग्रेस की ओर से कमलनाथ ने अकेले मोर्चा संभाल हुआ है.
गौरतलब है कि ये चुनाव कमलनाथ (Kamalnath) वर्सेस शिवराज के ईर्दगिर्द घूमता ही नजर आ रहा है. इन चुनावों में ऐसा पहली बार है जब दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) प्रचार प्रक्रिया में दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे, जबकि ग्वालियर, चंबल का पूरा क्षेत्र दिग्विजय सिंह के प्रभाव का माना जाता है
दिग्विजय को चुनाव से दूर रखे जाने के कई मायने निकाले जा सकते हैं. दिग्विजय सिंह ने 2018 के चुनाव में समन्वय की भूमिका निभाई थी. कांग्रेस सरकार बनने के बाद यह माना जा रहा था कि दिग्विजय सिंह के समन्वय के चलते कांग्रेस को काफी फायदा हुआ है, हालांकि सरकार बनने के बाद समन्वय बिखरता हुआ नजर आया और सरकार गिरने का भी ठीकरा दिग्विजय सिंह के सिर पर ही फोड़ा गया.
कांग्रेस की टीम का सिर्फ एक ही कप्तान ‘कमलनाथ’
दिग्विजय सिंह से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘जैसा कमांडर कहेगा वैसा हम करेंगे’. दिग्विजय ने कहा, ‘कांग्रेस की टीम का सिर्फ एक कप्तान है और वह कमलनाथ हैं’.
उन्होंने कहा, ‘हम चुनाव आयोग के साथ समन्वय की भूमिका में है और जल्दी ही और ब्यावरा और अशोक नगर दौरा करने जाएंगे’.
नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह (Bhupendra Singh) ने कहा, ‘जब राज्य में दिग्विजय सिंह की सरकार थी तब पर्दे के पीछे से सरकार चलाते थे’. उन्होंने कहा, ‘खुद दिग्विजय सिंह ने कहा था कि वो जहां भी जाते हैं, वोट कट जाते हैं, जनता उनसे नफरत करती है इसीलिए वो प्रचार करने नहीं जाते, हालांकि दिग्विजय सिंह के दीमाग से ही ये पूरा प्रचार चल रहा है’.