ब्राजील ने मांगी भारत से वैक्सीन, 20 लाख टीके ले जाने के लिए आ सकता है स्पेशल जहाज
ब्राजील द्वारा जारी बयान के मुताबिक कहा गया कि जिस विमान से टीके मंगाए जाएंगे उसे वैक्सीन निर्माता की सिफारिशों के अनुसार टीकों का तापमान नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए विशिष्ट कंटेनरों से लैस किया जाएगा। कोरोना वायरस के टीकों का भारतीय प्रयोगशाला सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाया गया है।
नई दिल्ली. चीन में पैदा हुई कोरोना महामारी जब दुनियाभर में तांडव मचा रही थी, उस समय पूरी दुनिया की निगाहें भारत के वैज्ञानिकों और यहां की दवा निर्माता कंपनियों पर लगी हुई थीं। अब भारत में कोरोना वैक्सीन के दो टीके डवलप कर लिए गए हैं, जिसके साथ ही दुनियाभर से इन टीकों की मांग भी की जाने लगी है। गुरुवार को ब्राजील ने कहा कि उसने भारत से कोरोना वायरस वैक्सीन के दो मिलियन टीके मंगाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। ब्राजील स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एक बयान में जानकारी दी गयी कि अगले हफ्ते शनिवार को मुबई से एक विमान कोरोना वैक्सीन के टीके लेकर ब्राजिल पहुंच सकता है।
ब्राजील द्वारा जारी बयान के मुताबिक कहा गया कि जिस विमान से टीके मंगाए जाएंगे उसे वैक्सीन निर्माता की सिफारिशों के अनुसार टीकों का तापमान नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए विशिष्ट कंटेनरों से लैस किया जाएगा। कोरोना वायरस के टीकों का भारतीय प्रयोगशाला सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा बनाया गया है। भारत से अबतक कई देशों ने कोरोना वैक्सीन की डिमांड की है लेकिन ब्राजील सबसे पहला देश होगा जहां भारत में निर्मत कोरोना वैक्सीन पहुंचेगी। भारत में सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा देश में शनिवार को कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राइव स्टार्ट होने के बाद ही विभिन्न देशों के लिए कोरोना वैक्सीन के टीके भेजे जाएंगे।
बांग्लादेश को 25-26 जनवरी तक वैक्सीन का पहला लॉट मिलने के आसार
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने 25 या 26 जनवरी को बांग्लादेश को कोविड-19 टीकों की पहली खेप दिए जाने की उम्मीद जताई है। बांग्लादेश के स्वास्थ्य मंत्री जाहिद ने गुरुवार को अपने कार्यालय में आयोजित टीकाकरण पर बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। मालेक ने IANS से कहा, वैक्सीन का पहला शिपमेंट 25 या 26 जनवरी को सीरम संस्थान से देश में आने की उम्मीद है। भंडारण और परिवहन की तैयारी पूरी कर ली गई है। हमारे पास प्रत्येक जिले में भंडारण सुविधाओं में वैक्सीन की 6 लाख से अधिक खुराकों और उपजिला स्तर पर 2 लाख से अधिक खुराकों को संग्रहित करने की क्षमता है।
मालेक ने कहा, वैक्सीन का उचित प्रशासन सुनिश्चित करने के लिए प्रमुख सचिव के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय राष्ट्रीय समिति का गठन किया गया है, जिसमें जिला और उपजिला स्तर पर भी समितियां बनाई गई हैं और स्वास्थ्य मंत्रालय समितियों को हर संभव सहायता प्रदान करेगा। टीकों के लिए पंजीकरण के बारे में बात करते हुए मालेक ने कहा, टीकाकरण अभियान के प्रभावी रोल-आउट के लिए आईसीटी मंत्रालय द्वारा एक एप बनाया जा रहा है। उम्मीदवार एप के माध्यम से पंजीकरण करा सकते हैं, जिसके बाद उन्हें टीकाकरण के लिए समय और स्थान के बारे में जानकारी प्राप्त होगी।