सोशल मीडिया पर तीन अफसर आमने-सामने:ऐसा ही हाेता रहा ताे नाैकरी छाेड़कर लड़ाई लड़नी पड़ेगी : सीएसपी नेहा
ट्रांसफर के बाद हुए सोशल मीडिया पोस्ट से विवाद और बढ़ा
दो दिन पहले मुख्यमंत्री की कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस के बाद हुए गुना सीएसपी नेहा पच्चीसिया के ट्रांसफर से उपजा विवाद और बढ़ गया है। बुधवार को नेहा पच्चीसिया नाम की एक फेसबुक वॉल पर अचानक से पोस्ट दिखाई दी। इसमें लिखा था- आईजी अविनाश शर्मा इज अवर कल्प्रिट। पोस्ट पर विवाद बढ़ा तो थोड़ी ही देर बाद उसे हटा दिया गया। भास्कर ने जब नेहा से पोस्ट के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि पोस्ट उन्होंने नहीं की। मैं तो छह माह से फेसबुक पर इनएक्टिव हूं। टीआई अवनीत शर्मा मेरी झूठी शिकायतें वरिष्ठ अफसरों से करते रहे हैं।
भास्कर ने जब गुना टीआई और ग्वालियर जोन के आईजी से नेहा के आरोपों पर सवाल पूछा तो आईजी शर्मा ने टिप्पणी करने से मना कर दिया। जबकि टीआई अवनीत ने कहा- अगर ऐसा कुछ है तो इसके प्रमाण दिए जाएं। वहीं, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा ने कहा- उनके पास अभी तक ऐसी कोई बात नहीं पहुंची है।
सीएम हेल्प लाइन में शिकायत
सीएसपी का तबादला होते ही गुना के कुछ लोगों ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की हैं। इसमें कहा गया है कि उन्हें गलत हटाया गया। वीडियो कांफ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री ने सीएसपी पद का ज्रिक नहीं किया था। वह अच्छा कार्य कर रही थीं। फिर अचानक यह कार्रवाई कैसे की गई।
नेहा ने तीन महिला चलित थाने शुरू किए
गुना में सीएसपी बनने के बाद नेहा ने तीन थाने में महिला चलित थाने शुरू किए। इसमें मौके पर ही महिलाओं से जुड़े विवादों का निपटारा होता है। उन्होंने शहर के असामाजिक तत्वों और जुआरियों के खिलाफ सख्ती की। कोरोना काल में बेहतर कार्य के लिए उन्हें मुख्यमंत्री ने सम्मानित भी किया। विधानसभा चुनाव की मतगणना के दौरान बेहतर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उन्हें एसपी राजेश कुमार सिंह ने प्रशस्ति पत्र भी दिया था।
जिन लोगों ने मुझे हटाने की साजिश की, शिकायतें की, उन्हीं ने यह फेसबुक पोस्ट की और बाद में हटा दी
आईजी को लेकर की गई पोस्ट किसी की शरारत है। जिन लोगों ने मुझे हटवाने के लिए साजिश रची, शिकायतें कराईं और मैसेज किए, उन्हीं लोगों ने मेरे नाम से बनी फेसबुक आईडी से यह पोस्ट की और बाद में हटा दी। मेरी पदस्थापना के बाद से ही शरारती तत्व ऐसी हरकतें कर रहे हैं। 80 से ज्यादा शिकायतें अज्ञात लोगों के नाम से कराई गईं, लेकिन सब जांच में झूठी निकली। बीस से 25 के करीब फेक आईडी हैं, जिनमें मुझे ही सिर्फ ब्लॉक किया गया है। इस बार भी ऐसा ही किया गया होगा।
इसकी शिकायत कर दी है। मैंने तो छह माह से फेसबुक पर कोई पोस्ट नहीं की। इनएक्टिव हूं। जहां तक मेरे ट्रांसफर का सवाल है तो यह जरूर कहूंगी कि टीआई क्यों परेशान हैं? लोग चाहते हैं कि नेहा का ट्रांसफर करा दो और अपने हिसाब से लोगों को ले आओ। टीआई के खिलाफ लिखित में आईजी की शिकायत की है। मुख्यालय में भी जानकारी भी जानकारी भेजी है। यदि ऐसा ही रहा तो नौकरी छोड़कर लड़ाई लड़नी पड़ेगी।’
– नेहा पच्चीसिया, सीएसपी