गड़बड़ी की शिकायत के बाद बिहार के होम्योपैथी, आयुर्वेद और यूनानी कॉलेजों में हुए एडमिशन की होगी जांच
बिहार के तमाम होम्योपैथी, आयर्वेद व यूनानी कॉलेजों में हुए एडमिशन की जांच होगी। नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी कम इंट्रेंस टेस्ट) के बिना ही एडमिशन लिए जाने की शिकायत के बाद सूबे के कई कॉलेज जांच के दायरे में आ गए हैं। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय अब इसकी जांच करने जा रहा है। जांच के माध्यम से यह पता लगाया जाएगा कि इन तीन तरह की चिकित्सा पद्धति वाले कॉलेजों में छात्रों का एडमिशन किस आधार पर हुआ है। नीट पास छात्रों का चालू सत्र में एडमिशन लिया गया है या सीधे दाखिला लिया गया।
इसकी शिकायत मिलने के बाद बीआरए बिहार विश्वविद्यालय प्रशासन जांच की प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। यूनिवर्सिटी ने होम्योपैथी, आयर्वेद व यूनानी कॉलेजों को पत्र भेजकर एडमिशन लेने वाले छात्रों की पूरी जानकारी मांगी जाएगी। राज्य के तमाम होम्योपैथी, आयर्वेद व यूनानी कॉलेज बीआरए बिहार विवि से संचालित होते हैं। सूबे में करीब 20 कॉलेज हैं। सबसे अधिक होम्योपैथी कॉलेज हैं। कॉलेजों से छात्रों की सूची के साथ उनके नीट के कागजात भी मंगाए जाएंगे।
कुलसचिव डॉ. आरके ठाकुर ने कहा कि नीट पास छात्रों का नामांकन होना है। कुछ शिकायतें आयी हैं। इसको देखते हुए एडमिशन को लेकर जांच कराई जाएगी। कॉलेजों से छात्रों की सूची मंगाई जाएगी। इसके बाद इसका मिलान किया जाएगा। बता दें कि राज्य के होम्योपैथी, आयर्वेद व यूनानी कॉलेजों में अब नीट पास छात्रों का नामांकन होना है। नीट पास होने के बाद काउंसिलिंग के माध्यम से एडमिशन होता है।