निकाय चुनाव की तैयारी:निर्वाचन आयुक्त के निर्देश- इलेक्शन मोड में आ जाएं कलेक्टर, चुनाव प्रक्रिया में छोटी सी गलती भी बर्दाश्त नहीं
कहा- चुनाव संबंधी शिकायतों का 24 घंटे में निराकरण कर आयोग को सूचित करें
राज्य निर्वाचन आयुक्त बीपी सिंह ने कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि वे इलेक्शन मोड में आ जाएं। निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान छोटी-छोटी खामियों को दूर कर लें। यदि छोटी सी गलती भी पाई जाती है, तो माफ नहीं किया जाएगा। आयोग ने नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ कराने की तैयारी की है।
आयुक्त बीपी सिंह ने शनिवार को नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनाव की तैयारियों को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कलेक्टरों (जिला निर्वाचन अधिकारी) के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि रिटर्निंग ऑफिसर की नियुक्ति, नाम-निर्देशन पत्र प्राप्त करने के लिए स्थान का चयन, आयोग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार CCTV और वीडियो कैमरे की व्यवस्था, मतदान के गठन के लिए साॅफ्टवेयर में एंट्री और जिला स्तर पर क्रय की जाने वाली सामग्री की खरीदी तुरंत करें।
बता दें कि राज्य निर्वाचन आयुक्त स्पष्ट कर चुके हैं कि 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के दाैरान चुनाव नहीं कराए जाएंगे। प्रदेश में 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 20 अप्रैल से 18 मई तक होंगी। इस हिसाब से देखें, तो चुनाव अप्रैल माह में होंगे या फिर मई के तीसरे सप्ताह में कराए जाएंगे।
24 घंटे में हो शिकायतों का निराकरण
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कलेक्टर्स को निर्देशित किया कि निर्वाचन के संबंध प्राप्त होने वाली शिकायतों का निराकरण 24 घंटे में कर आयोग को सूचित करें। इसके लिए अलग सेल की स्थापना और जांच दल गठित किया जाए। प्रशिक्षण के लिए 150% और मतदान दल के लिए रिजर्व सहित 120% अधिकारियों-कर्मचारियों की व्यवस्था करें।
कोविड गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित हो
आयुक्त ने कहा कि आयोग द्वारा कोविड-19 के संबंध में जारी गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित किया जाए। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक सामग्री मध्यप्रदेश हेल्थ कॉर्पोरेशन द्वारा सीधे जिलों को दी जाएगी। सभी कलेक्टर आयोग द्वारा भेजे गए पत्रों व निर्देशों का अनिवार्य रूप से अध्ययन कर कार्रवाई करें। कलेक्टर और उप जिला निर्वाचन अधिकारी सोशल मीडिया ग्रुप पर पोस्ट किए जा रहे मैसेज को प्रतिदिन जरूर देखें।