बसपा विधायक रामबाई के फरार पति गोविंद सिंह के कई जिलों में चस्पा हो रहे पोस्टर
दमोह। करीब दो साल पहले हटा निवासी देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड का मामला अब पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसका सबसे प्रमुख कारण ये है कि इस हत्याकांड के आरोपितों में बसपा से पथरिया विधायक रामबाई सिंह परिहार के पति गोविंद सिंह का नाम दोबारा आरोपितों की सूची में शामिल हो गया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है।
इतना ही नहीं अब पुलिस ने आरोपित की गिरफ्तारी के लिए उसके पोस्टर जारी किए हैं, जिन्हें जिले के अलावा प्रदेश के कई जिलों में चस्पा किया जा रहा है, ताकि शीघ्र ही उसकी गिरफ्तारी हो सके। पुलिस द्वारा जारी पोस्टर में आरोपित गोविंद सिंह को फरार बताते हुए उस पर जारी इनाम की राशि प्रकाशित की है और उसके हुलिया से जुड़ी जानकारी फोटो सहित दी है।
एक तरफ दमोह एसपी हेमंत चौहान लगातार आरोपित की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटे हैं और जिला स्तर पर 10 टीमों का गठन किया गया है, वहीं एसटीएफ की कई टीमें भी आरोपित की तलाश में जुटी हैं। शुक्रवार को एसटीएफ एडीजीभोपाल रवाना हो गए, लेकिन एसटीएफ एसपी नीरज सोनी अभी भी दमोह में डेरा जमाए हुए हैं। हालांकि पुलिस के अलावा एसटीएफ को भी अभी तक आरोपित का कोई सुराग नहीं मिला है। वहीं दूसरी तरफ इस मामले ने राजनैतिक रंग भी ले
प्रदेश के पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया अब खुलकर विधायक रामबाई और उनके स्वजनों के खिलाफ बोल रहे हैं। गुरूवार को उन्होंने एक प्रेसवार्ता आयोजित कर विधायक रामबाई, उनके पति आरोपित गोविंद सिंह और अन्य स्वजनों का अपराधिक रिकार्ड मीडिया के सामने रखते हुए ये कह दिया कि ऐसे अपराधियों को समाज के सामने उजागर करना जरूरी है।
उन्होंने तो यहां तक कह दिया है कि उनकी भाजपा पार्टी के शीर्ष पर बैठे जनप्रतिनिधि जो ऐसे अपराधियों को भाजपा कार्यालय में बुला लेते हैं, संभवत: उन अपराधियों को उनका भी संरक्षण है। सिद्धार्थ ने तो अपने पिता जयंत मलैया पर भी इस बात को लेकर प्रश्न चिन्ह लगा दिया है कि बीते सालों में उन्होंने इन अपराधियों पर सख्त कार्रवाई नहीं कराई।