“मुंह मत खुलवाओ, 100 करोड़ की वसूली हो रही थी”, ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस पर हमला

राज्यसभा में ज्योतिरादित्य सिंधिया को वित्त विधेयक पर बोलते हुए जब कांग्रेस खेमे से किसी सांसद ने टोका तो सिंधिया ने कहा कि ‘मुंह मत खुलवाओ’।

नई दिल्ली: राज्यसभा में ज्योतिरादित्य सिंधिया को वित्त विधेयक पर बोलते हुए जब कांग्रेस खेमे से किसी सांसद ने टोका तो सिंधिया ने कहा कि ‘मुंह मत खुलवाओ’। इसके आगे सिंधिया ने महाराष्ट्र सरकार के घटक दल कांग्रेस को वहां अनिल देशमुख पर लगे 100 करोड़ रुपये की वसूली कराने के आरोपों की याद दिलाई। उन्होंने कहा, “मुंह मत खुलवाओ, पब और रेस्टोरेंट से 100 करोड़ की वसूली हो रही थी, वो भी गृह मंत्री द्वारा।”

गौरतलब है कि मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने गृह मंत्री अनिल देशमुख के ऊपर आरोप लगाया कि फरवरी में उन्होंने क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट के सचिन वाजे और अन्य अधिकारियों तथा सोशल सर्विस ब्रांच के एसीपी संजय पाटिल के साथ मुलाकात की थी और उन्हें 100 करोड़ रुपए की उगाही का निर्देश दिया था। सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपनी याचिका में भी यह आरोप लगाए हैं और सबूत नष्ट होने से पहले जांच की मांग की है।

हालांकि, परमबीर सिंह की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें हाईकोर्ट जाने को कहा है। अब परमबीर सिंह आज बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका  दाखिल करेंगे। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस आर सुभाष रेड्डी की बेंच ने परमबीर सिंह के मामले पर सुनवाई करते हुए कहा कि यह मामला काफी गंभीर है। परमबीर सिंह की ओर से वकील मुकुल रोहतगी पेश हुए।

मुंबई में मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक मिलने और जिस गाड़ी में विस्फोटक था उसके मालिक हंसमुख हिरेन की हत्या होने को लेकर महाराष्ट्र की पुलिस और सरकार पर कई सवाल उठ रहे थे और महाराष्ट्र सरकार ने 17 मार्च को परमबीर सिंह को मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद से हटा दिया था।

पद से हटने के 2 दिन बाद परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने गृह मंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि पुलिस अधिकारियों की मदद से गृह मंत्री हर महीने 100 करोड़ रुपए की उगाही करवा रहे हैं। इसी को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने महाराष्ट्र सरकार के घटक दल कांग्रेस पर हमला किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *