मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं ठप: मजाक बना स्टेट कंट्रोल रूम, अस्पतालों ने स्विच ऑफ किए फोन, आखिर कहां जाएं मरीज

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्टेट कंट्रोल रूम और अस्पतालों की स्थिति का जायजा लिया. पड़ताल में स्वास्थ्य सेवाएं पूर तरह चरमराई हुई नजर आईं.

मध्य प्रदेश मेंं कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच स्टेट कंट्रोल रूम (State Control Room) और अस्पतालों की स्थिति का जायजा लिया. भोपाल में हमने स्टेट कमांड सेंटर के हेल्पलाइन नंबर (Helpline Number) 07552704225 पर फोन लगाया और वेंटिलेटर बेड (Ventilator) की जानकारी मांगी. कंट्रोल रूम में बैठे शख्स ने हमें अलग-अलग अस्पतालों के नंबर दिए और कहा कि आप खुद पता कर लिजिए. हमारे पास बिस्तर खाली दिखा रहा है लेकिन अमूमन यह होता है कि पता करने पर बेड खाली नहीं होते.

सबसे पहले नंबर दिया गया 07552970771 एम्स अस्पताल का- हमने जब इस पर फोन लगाया तो यह नंबर मौजूद ही नहीं था. इसके बाद हमें नंबर दिया गया हमीदिया अस्पताल का 81096 72932  ये नंबर काट दिया गया. इसके बाद हमने नंबर लगाया बंसल अस्पताल का 78983 89550- यह नंबर स्विच ऑफ था. इसके बाद हमने जेके अस्पताल फोन लगाया 98270 56761 यह फोन नंबर उपयोग में ही नहीं है. ऐसे में स्टेट हेल्पलाइन नंबर किस काम का? और किस काम के अस्पतालों के हेल्पलाइन नंबर? पड़ताल में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई नजर आई हैं. अब इस स्थिति में अगर कोई मरीज जाए तो कहां जाए.

माली ले रहा है कोरोना सैंपल

मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सांची से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जहां सांची के एक सरकारी हॉस्पिटल में माली ही कोरोना के सैंपल इकट्ठे कर रहा है. जब इसकी वजह पता की गई तो पता चला कि हॉस्पिटल का सारा स्टाफ कोरोना से संक्रमित हो गया है. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक सांची के सरकारी हॉस्पिटल के यह हालात तब ऐसे हैं जब इस विधानसभा का प्रतिनिधित्व खुद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी करते हैं.

हॉस्पिटल में माली का काम करने वाले हल्के राम से जब कोविड के सैंपल इकट्ठे करने को लेकर पुछा गया तो उन्होंने कहा, ”मैं माली हूं. मैं हॉस्पिटल का कोई स्थायी कर्मचारी नहीं हूं. मैं यहां पर सैंपल इसलिए इकट्ठा कर रहा हूं क्योंकि बाकी सभी लोग हॉस्पिटल में संक्रमित हो गए हैं.” वहीं मामले में हॉस्पिटल के इनचार्ज ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर राजश्री टिडके ने मामले में अपनी सफाई दी. उन्होंने कहा कि माली को इसके लिए पूरी तरह से ट्रेनिंग दी गई है. उन्होंने कहा, ”हम क्या कर सकते हैं? स्टाफ संक्रमित हो गया है, लेकिन काम तो चलता रहेगा. इस वजह से इमरजेंसी विकल्प के तौर पर हमने कई लोगों को ट्रेनिंग दी है, जिसमें माली भी शामिल है और वह सैंपल इकट्ठे कर रहा है

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