इनके लिए जान से ज्यादा शराब जरूरी है
इंदौर शहर से लगे मांगलिया में शराब दुकानों के बाहर 100 मीटर लंबी लाइन, लोग शराब खरीदने घंटों खड़े रहे; सोशल डिस्टेंसिंग भी भूले
शहर में अस्पतालों में लोग संक्रमण की चपेट में आकर दम तोड़ रहे हैं। वहीं, शहरी सीमा से लगे देहात के इलाकों में शराब कारोबारी संक्रमण बढ़ाने में जुटे हैं। प्रशासन की गाइडलाइन के बावजूद ग्रामीण इलाकों की परिसीमा में आने वाली शराब दुकानों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोरोना गाइडलाइन का पालन ही नहीं हो रहा है।
गत दिनों राऊ सर्कल के पास की शराब दुकान पर टूटी भीड़ की तरह मांगलिया इलाके की शराब दुकान पर भी रोजाना भारी भीड़ उमड़ रही है। यहां शराब दुकान संचालक द्वारा कोरोना गाइडलाइन का न तो पालन किया जा रहा है। न ही इस सर्कल के आबकारी अधिकारी इस अव्यवस्था पर ध्यान दे रहे हैं। हालात ये है कि भीड़ में शराब लेने की होड़ मची है। दुकान के बाहर करीब 100 मीटर लंबी कतारें तक लग गई है।
लगातार देखने को मिल रहे ऐसे नजारे
12 दिन पहले रविवार को पूरे शहर में लॉक डाउन होने के बाद भी ग्रामीण परिसीमा में आने वाली राऊ स्थित शराब दुकान पर शाम होते ही भारी संख्या में भीड़ उमड़ी थी। यहां आबकारी अधिकारियों की अनदेखी के चलते न तो सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान दुकान संचालक ने रखा और न ही लोग मास्क पहने रहे हैं। सैनिटाइजर के उपयोग तो दूर की बात है। बेखौफ शहरी लोग यहां खरीदी के लिए पहुंचे थे। मांगलिया वाइन शॉप पर भी ऐसा ही माहौल था। मीडिया और सोशल मीडिया में शराब दुकानों की भीड़ को लेकर जब खबरें प्रसारित होने लगी तो अफसर जागे और भीड़ को तितर बितर किया था।
निर्देश के बाद भी अनदेखी
राऊ स्थित शराब दुकान पर लगी भीड़ की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर मनीष सिंह ने दुकान को सील करवाने के आदेश दिए थे। साथ ही सर्कल के सब इंस्पेक्टर आशीष जैन को निलंबित किया था। वहीं, एडीओ राजीव उपाध्याय को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। साथ ही सभी आबकारी अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि कोविड गाइड लाइन के विरुद्ध कोई भी दुकान संचालित करेगा तो गंभीर एक्शन लिया जाएगा।