कांग्रेस विधायक शुक्ला आंसू पोंछते हुए बोले- शहर में लाशों का ढेर लगने वाला है, 2 दिन में इंतजाम नहीं किए तो आत्महत्या कर लूंगा…
कोरोना की भयावह स्थिति काे बयां करते हुए शुक्रवार काे कांग्रेस के विधायक संजय शुक्ला भावुक होकर फफक पड़े। आंसुओं को पाेंछते हुए बोले- अकेले मैं क्या करूं, कोई साथ नहीं दे रहा है। भाजपाई मेरी सेवा को नौटंकी बता रहे हैं। मेरा बेटा अस्पताल में है, लेकिन मैं जन सेवा में हर अस्पताल जा रहा हूं। ऑक्सीजन की व्यवस्था कर रहा हूं। अस्पताल के लिए स्थान दे रहा हूं। चाहो तो मेरी जान ले लो, पर इंदौर की जनता के लिए कुछ करके दिखाओ। उन्होंने शासन-प्रशासन द्वारा साथ नहीं देने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि यदि दो दिनों में शहर में ऑक्सीजन और इंजेक्शन के साथ इलाज की उचित व्यवस्था नहीं की गई तो वे आत्मदाह की तैयारी करेंगे और यह करके भी दिखाएंगे।
इंदौर प्रेस क्लब में कांग्रेस के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के साथ मीडियाकर्मियों से चर्चा में कांग्रेस विधायक शुक्ला ने कहा कि शहर के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। यहां पर ना तो अस्पताल में बेड है, न ही इंजेक्शन और न ही ऑक्सीजन। ऐसे हालात में भी भाजपा से एक भी आदमी आगे नहीं आ रहा है। कोई काम करने को तैयार नहीं है। मैं अकेला कितना करूं। मैं रात-रातभर शहर के हालातों को लेकर सोचता रहता हूं। मुझे रात-रातभर नींद नहीं आती है। मेरे परिवार से दूर होने के बाद भी मैं दिन-रात इसी कोशिश में लगा हूं कि कैसे लोगों को बचाया जा सके। मेरा खुद का बेटा अस्पताल में है, इसके बाद भी मैं लोगों की सेवा में जुटा हुआ हूं।
भाजपा वाले मुझे बदनाम कर रहे, कह रहे, मैं नाैटंकी कर रहा हूं
कांग्रेस विधायक ने भाजपाईयों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे लोग मुझे बदनाम कर रहे हैं। कहते हैं कि मैं नौटंकी कर रहा हूं। मैं यदि नौटंकी कर रहा हूं तो अपने घर पर मैं बैठ सकता हूं। जनता देख रही है। जनता इसका जवाब देगी। आज मैं यह कह रहा हूं कि मुख्यमंत्री आपको जनता माफ नहीं करेगी। इंदौर के प्रशासन को जनता माफ नहीं करेगी। हम जनता से यही कहना चाहते हैं कि वे हमारा साथ दें, हम मिलकर इस लड़ाई को लड़ेंगे। इंदौर में यही हालात रहे तो यहां लाशों का ढेर लगने वाला है। यह मां अहिल्या की नगरी है, जिम्मेदारों को यह नगरी माफ नहीं करेगी। जिन्हें जनता लाखों वोटों से जिता रही है, उनमें से एक भी नेता आगे नहीं आ रहा है।
इंदौर में अब परिवार के परिवार उजड़ने लगे
शुक्ला ने कहा कि मेरी जनता मेरी भगवान है। इंदौर मेरी जन्मभूमि है। इसके लिए जो कुछ करना पड़ेगा करूंगा। यहीं से मुझे मान-सम्मान सबकुछ मिला है। कल ही एक परिवार में मां, पत्नी और बच्चे की मौत हो गई। शहर की ऐसी स्थिति आ गई है। बीमारी से परिवार के परिवार उजड़ रहे हैं। यदि दो से तीन दिन में इनके इलाज के लिए संसाधनों की व्यवस्था नहीं हुई तो मैं उन लोगों के साथ आत्मदाह कर लूंगा। यह चेतावनी मैं मुख्यमंत्री को देना चाहता हूं। यदि किसी ने भी इस कारण जान दी तो सबसे पहले मरने वाला व्यक्ति मैं होऊंगा। क्योंकि जनता मेरे लिए सब-कुछ है।
मेरा बेटा अस्पताल में, मुझे परिवार से बाहर कर दिया
मेरा 80 लोगों का परिवार है, इसके बाद भी मैं घर के बाहर रह रहा हूं। मैं कैसे रह रहा हूं, यह मैं ही जानता हूं। मुझे खाना कैसे मिल रहा है, मैं ही जानता हूं। मेरा बच्चा अस्पताल में भर्ती है, इसके बाद भी मैं आम जनता की लड़ाई लड़ रहा हूं। मैं हर अस्पताल में जा रहा हूं। हर जगह जा रहा हूं, लोग मेरे साथ जा रहे हैं, लेकिन इंदौर का प्रशासन नहीं जाग रहा है। हमें एक भी इंजेक्शन नहीं दिए जा रहे हैं। हम चेक दे रहे हैं, अस्पताल दे रहे हैं, ऑक्सीजन दे रहे हैं, हमसे और क्या चाहिए। अब जान भी ले लो हमारी। मैं जनता के लिए जान भी देने को तैयार हूं। मैं यही निवेदन कर रहा हूं कि इंदौर की जनता के लिए कुछ करके दिखाइए। मैं तो आत्महत्या कर लूंगा। यदि इंदौर आत्महत्या कर लेगा तो हिंदुस्तान ही नहीं पूरा विश्व आप पर थू-थू करेगा। आप दमोह जीत जाएंगे, बंगाल जीत जाएंगे, लेकिन देश और प्रदेश से हार जाएंगे। यदि दो दिन में संसाधन नहीं जुटाए गए कि मैं आत्मदाह की तैयारी करूंगा और यह करके दिखाऊंगा।