ममता बनर्जी लगातार तीसरी बार संभालेंगी बंगाल की कमान, सुबह 10:45 बजे लेंगी सीएम पद की शपथ
TMC को भारी बहुमत से मिली जीत के बावजूद खुद ममता बनर्जी नंदीग्राम से चुनाव हार गईं. उन्हें बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी ने 1,956 वोटों से मात दिया.
तृणमूल कांग्रेस (TMC) की प्रमुख ममता बनर्जी आज लगातार तीसरी बार पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी. राजभवन में आयोजित होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में कुछ ही लोग शामिल होंगे. यह समारोह सुबह 10:45 बजे होगा. एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य, सदन के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अब्दुल मन्नान और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी ) के वरिष्ठ नेता बिमान बोस को शपथ ग्रहण कार्यक्रम का निमंत्रण भेजा गया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अधिकारी ने कहा कि देश में कोविड-19 संक्रमण की की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों और अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं को समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया है. उन्होंने कहा, ”महामारी को देखते हुए ममता बनर्जी के शपथ ग्रहण समारोह को बेहद साधारण रखने का फैसला लिया गया है. बुधवार को केवल ममता बनर्जी अकेले शपथ लेंगी. यह बेहद संक्षिप्त कार्यक्रम होगा.”
उन्होंने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली को भी आमंत्रित किया गया है. तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह में पार्टी सांसद अभिषेक बनर्जी, चुनाव में टीएमसी के लिए काम करने वाले रणनीतिकार प्रशांत किशोर और पार्टी के वरिष्ठ नेता फिरहाद हाकिम के भी शामिल होने की उम्मीद है. सूत्रों ने कहा कि शपथ ग्रहण करने के तुरंत बाद ममता बनर्जी राज्य सचिवालय जाएंगी, जहां उन्हें कोलकाता पुलिस सलामी देगी.
टीएमसी विधायकों ने मौजूदा विधानसभा के अध्यक्ष विमान बनर्जी को नई विधानसभा का कार्यवाहक अध्यक्ष चुना है. टीएमसी महासचिव पार्थ चटर्जी ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय में हुई विधायकों की बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, ”नए चुन गए सदस्य 6 मई को विधानसभा में शपथ लेंगे.”
टीएमसी ने 213 सीटों पर जीतकर भारी बहुमत हासिल की
पार्टी को भारी बहुमत से मिली जीत के बावजूद खुद ममता बनर्जी नंदीग्राम से चुनाव हार गईं. उन्हें बीजेपी के शुभेंदु अधिकारी ने 1,956 वोटों से मात दिया. ममता बनर्जी तीसरी बार राज्य की मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं. लेकिन उन्हें 6 महीने के भीतर विधानसभा में चुनकर आना होगा. इससे पहले 2011 में भी जब ममता बनर्जी पहली बार सीएम पद की शपथ लीं थी, तो वो विधायक नहीं थीं. राज्य में विधान परिषद नहीं है. पहले भी दूसरे राज्यों में ऐसे मौके आए हैं, जब चुनाव हारने वाले या नहीं लड़ने वाले नेताओं को मुख्यमंत्री बनाया गया है.
2 मई को आए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव परिणाम में टीएमसी 292 में से 213 सीटें जीतकर लगाकर तीसरी बार सत्ता में आई है. वहीं राज्य में भारतीय जनता पार्टी (BJP) मुख्य विपक्षी दल बनकर उभरी है. बीजेपी को 77 सीटों पर जीत हासिल हुई है. पश्चिम बंगाल में इस बार कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियां एक भी सीट नहीं जीत सकी.