जंगल में डकैत नहीं, अब शराब तस्करों का कब्जा

घाटीगांव, नयागांव, बेला की बावड़ी के जंगल मे महिलाएं बना रहीं थी शराब, लाखों का माल जब्त, गिरफ्तार कोई नहीं
  • आबकारी विभाग की टीम ने की ताबड़तोड़ कार्रवाई
  • तैयार होकर शहर में होनी थी सप्लाई

ग्वालियर और उसके आसपास के जंगलों में जहां कभी डकैतों की दहाड़ गूंजती थी वहां अब शराब माफियाओं की हलचल दिखाई देती है। जंगलों में जमीन के नीचे, टैंकों के अंदर पानी के बीच छुपाकर रखी गई लाखों की कच्ची शराब, गुड लहान व अन्य सामग्री आबकारी विभाग के अमले ने जब्त की है। यह कार्रवाई आबकारी अमले ने मंगलवार शाम जिले के घाटीगांव, नयागांव, बेला का बावड़ी के जंगल में की है। तीन स्थानों पर काफी मात्रा में महिलाएं शराब बना रहीं थी। पर आबकारी अमले के हाथ मौके से कोई भी आरोपी नहीं लगा है। अमले के वाहनों को देखकर शराब बना रहे लोग भाग गए।

ग्वालियर में अवैध शराब के तीन अलग अलग ठिकानों पर आबकारी विभाग ने छापामार कार्रवाई की है। जहां हजारों लीटर गुड लाहन मिला है। जिसे मौके पर ही आबकारी विभाग ने नष्ट कर दिया गया। वहीं 120 लीटर कच्ची शराब, 5 हाथ भट्‌टी और शराब बनाने का सामान जप्त किया गया है। दरअसल ग्वालियर आबकारी विभाग की टीम को मुखबिर के द्वारा सूचना मिली थी कि घाटीगांव, नयागांव और बेला की बावड़ी के पास जंगल में शराब माफिया अवैध कच्ची शराब का कारोबार कर रहे हैं। सूचना मिलने पर आबकारी विभाग ने संभागीय उड़नदस्ता और जिला उड़नदस्ता टीम को तैयार कर तीनों अलग-अलग ठिकानों पर एक साथ छापामार कार्रवाई की। जहां टीम को देख शराब माफिया फरार हो गए, लेकिन इस कार्रवाई में 5700 लीटर गुड लाहन सीमेंट की टंकी में गड्ढों में भरा मिला। जिसे मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। वही 120 लीटर अवैध कच्ची शराब गड्ढों में छुपाकर रखी थी जिसे आबकारी विभाग ने निकाल कर बरामद किया है। जिसकी कीमत 3 लाख से 5 लाख रुपए के बीच आंकी है। वहीं टीम को मौके पर जलती हुई 5 हाथ भट्टी मिली हैं। जिससे साफ है कि उनके पहुंचने से पहले वहां शराब बनाने का काम चल रहा था। फिलहाल फरार शराब माफियाओं के खिलाफ आबकारी विभाग की टीम ने अलग-अलग 8 FIR दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।

शहर में होनी थी सप्लाई

  • तीन स्थानों पर जंगल में जो शराब बनाई जा रही थी यह शराब कोरोना कर्फ्यू में शहर और देहात इलाके में खपाई जानी थी। यह जहरीली शराब है और इसकी कोई जांच नहीं होती। ऐसी ही शराब से मुरैना में आधा सैकड़ा लोगों की जान चली गई थी।

जंगल में बड़े स्तर पर बन रही थी शराब

  • सूचना मिली थी कि जंगल में बड़े स्तर पर देशी और कच्ची अवैध शराब बनाई जा रही है। इस पर आबकारी की जिला और उड़न दस्ते की टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई लाखों का माल जब्त किया है। गुड लहान को वहीं नष्ट किया गया है।
  • मनीष द्विवेदी प्रभारी उड़नदस्ता आबकारी ग्वालियर

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