टेंडर में बदलाव:78 खुदी सड़कें अब ‘अमृत’ प्रोजेक्ट का काम कर रहीं कंपनियां करेंगी दुरुस्त

  • कम समय में टेंडर प्रक्रिया नहीं हो पाती इसलिए निगम ने खींचे हाथ

मानसून नजदीक आता देखकर नगर निगम ने अमृत प्रोजेक्ट में खुदी 78 सड़कों को बनाने की योजना से हाथ पीछे खींच लिए हैं, क्योंकि इन सड़कों को बनाने के लिए निगम के टेंडर प्रक्रिया से गुजरना पड़ता। इसमें करीब दो महीने लग जाते, इस कारण बारिश के पहले सड़कें नहीं बन पाती। अब निगमायुक्त आयुक्त शिवम वर्मा ने खुदी सड़़काें काे गुणवत्ता के साथ बनाने की जिम्मेदारी फिर से अमृत प्रोजेक्ट का काम करने वाली कंपनियां ही करेंगी।

पिछले महीने निगमायुक्त ने एक बैठक लेकर पानी व सीवर लाइन के लिए खोदी गईं सड़कों को ठीक कराने के लिए निगम के इंजीनियर (जनकार्य विभाग) को जिम्मेदारी साैंपी थी। उन्होंने पहले चरण में 78 सड़कें देखी थीं, जो खुदी हुई पड़ी थीं। इनका एस्टीमेट बनाया था। निगमायुक्त के पास तक ये फाइलें पहुंची भीं, लेकिन टेंडर प्रक्रिया व तकनीकी पेच सामने आने पर अमृत प्रोजेक्ट को काम करने को कहा गया, क्योंकि उनका पहले से टेंडर और दर निर्धारित हैं। वहीं निगमायुक्त ने गुरुवार को अधिकारियों की बैठक में कहा कि कर संग्रहकों को कोविड ड्यूटी के साथ संपत्तिकर वसूली के कार्य पर भी ध्यान देने को कहंे। इसके बाद उन्होंने शहर के नालों की सफाई कार्य को भी देखा।

ये हैं मुख्य मार्ग की खुदी सड़कें
गेंडेवाली सड़क, रामदास घाटी रोड, मानसिक आरोग्यशाला से शब्द प्रताप आश्रम, हनुमान घाटी मार्ग, शिंदे की छावनी मार्ग, जीएसटी रोड कलेक्ट्रेट के पीछे, थीम रोड, माधव डिस्पेंसरी रोड, हुजरात चौराहे से जिंसी नाला, तारागंज पुल से ढोलीबुआ पुल, खासगी बाजार, पड़ाव मार्ग आदि शामिल हैं।

अमृत प्रोजेक्ट के तहत बनेंगी सड़कें
निगम ने सड़कों का सर्वे करा लिया था। एस्टीमेट तैयार करा लिए गए थे लेकिन मानसून नजदीक है। जब तक निगम नियमानुसार टेंडर करेगा, तब तक बारिश शुरू हो जाएगी। इसलिए बारिश से पहले सड़कों को ठीक कराया जाएगा। अब यह काम अमृत प्रोजेक्ट में काम करने वाली संबंधित कंपनिया करेंगी।
-शिवम वर्मा, आयुक्त, नगर निगम

निगमायुक्त ने दूसरे दिन भी किया थीम रोड का निरीक्षण
स्मार्ट रोड प्रोजेक्ट में तेजी लाने के लिए खुद नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा सड़कों पर उतर आए हैं। वे दो दिन से लगातार सीईओ स्मार्ट सिटी जयति सिंह और टीम के साथ निरीक्षण कर रहे हैं। गुरुवार को वर्मा ने थीम रोड पर चल रहे स्मार्ट रोड के कामों को फिर से देखा। इसके बाद वे राजपाएगा रोड को देखने पहुंचे। यहां पर वर्मा ने मातहताें से कहा कि यहां भी जल्दी से स्मार्ट रोड बनाने का काम की शुरू करें।

उधर जयति सिंह सुबह गोरखी में चल रहे निर्माण कार्यों को देखने के लिए पहुंची। शहर में 15.62 किमी में बनने जा रही स्मार्ट रोड के साथ बाड़ा पर अंडर ग्राउंड पार्किंग और पैदल जोन भी बनना है। 300 करोड़ के इस प्रोजेक्ट को देखने के लिए निगम आयुक्त वर्मा ने बुधवार को निरीक्षण किया था। उन्होंने थीम रोड पर चल रहे काम के प्वाॅइंट को बढ़ाने के लिए कहा था। वर्मा ने बताया कि थीम रोड पर कार्य के प्वाॅइंट तीन कर दिए गए हैं। अब राजपाएगा रोड पर काम चालू करने के लिए कहा गया है।

हजीरा थाने के पास 70 करोड़ में बनेगा आईएसबीटी
स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन की सीईओ जयति सिंह ने बताया कि हजीरा थाने के पास 35 एकड़ जमीन अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) के लिए मिल गई है। अब इसे पीपीपी मॉडल पर नहीं बनाया जाएगा। कॉर्पोरेशन 70 करोड़ खर्च कर आईएसबीटी का निर्माण करेगा। यहां पर 132 बसें खड़ी हो सकेंगी। यात्रियों को भी जनसुविधाएं भी दी जाएंगी।

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