वैक्सीन सर्टिफिकेट पर पीएम मोदी की तस्वीर पर जीतन राम मांझी ने कसा तंज, कहा- डेथ सर्टिफिकेट पर भी लगाएं फोटो
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि देश में संवैधानिक संस्थाओं के सर्वेसर्वा राष्ट्रपति हैं. इस नाते उसमें राष्ट्रपति की तस्वीर होनी चाहिए.
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) की पार्टी ‘हम’ एनडीए (NDA) का हिस्सा है लेकिन जीतन राम मांझी ने केंद्र सरकार पर एक बार फिर हमला किया है. हम पार्टी प्रमुख मांझी ने इस बार कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट (Corona Vaccination Certificate) पर प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) की तस्वीर को लेकर हमला किया है.
सोमवार को जीतन राम मांझी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि वैक्सीन सर्टिफिकेट पर यदि तस्वीर लगाने का इतना ही शौक है तो कोरोना से हो रही मृत्यु के डेथ सर्टिफिकेट पर भी तस्वीर लगाई जाए. यह न्याय संगत होगा. इसस् पहले रविवार को भी जीतन राम मांझी ने कोरोना वैक्सीन लेने के बाद ट्वीट किया था. जिसमें लिखा कि ‘को-वैक्सीन का दूसरा डोज के उपरांत मुझे प्रमाण-पत्र दिया गया जिसमें प्रधानमंत्री की तस्वीर लगी है. देश में संवैधानिक संस्थाओं के सर्वेसर्वा राष्ट्रपति हैं. इस नाते उसमें राष्ट्रपति की तस्वीर होनी चाहिए, वैसे तस्वीर ही लगानी है तो राष्ट्रपति के अलावा प्रधानमंत्री, स्थानीय मुख्यमंत्री की भी तस्वीर हो.’
वैक्सीन के सर्टिफिकेट पर हो राष्ट्रपति की तस्वीर: ‘हम’ पार्टी प्रवक्ता
मांझी के ट्वीट के बाद हम पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि हमारी पार्टी का मानना है कि देश के संवैधानिक संस्थाओं के सुप्रीमो राष्ट्रपति होते हैं. इस नाते वैक्सीन के सर्टिफिकेट पर राष्ट्रपति की ही तस्वीर होनी चाहिए. सरकारी डाटा कहता है कि इस देश के 1 फीसदी दलित आदिवासी समाज को वैक्सीनेशन नहीं दिया गया है. उनमें खौफ है, ऐसी स्थिति में देश के महामहिम राष्ट्रपति दलित हैं. दलितों में विश्वास जगेगा इसलिए वैक्सीन के सर्टिफिकेट पर महामहिम राष्ट्रपति की ही तस्वीर होनी चाहिए.