CM शिवराज सिंह के गांव वालों में है वैक्सीनेशन को लेकर डर, 10 फीसदी लोगों ने भी नहीं लगवाया कोरोना का दूसरा टीका
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह गांव जैत की कुल आबादी 1,350 है. इसमें से 45 साल से अधिक उम्र के मात्र 38 लोगों ने ही कोरोना का दूसरा डोज लगवाया है.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान(CM Shivraj Singh Chouhan) के गांव में 45 साल से अधिक उम्र वाले 10 फीसदी लोगों ने भी कोरोना के दोनों टीके नहीं लगवाएं हैं (Corona Vaccination). हालात ये है कि कुछ लोग वैक्सीन लगवाने से डर रहे हैं तो कुछ लोगों को टीका लगवाने के लिए स्लॉट बुक नहीं हो पा रहा है. सीएम शिवराज राज्य के सीहोर(Sehore) जिले के जैत गांव(Jait Village) से आते हैं.
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक जैत गांव में पिछले डेढ़ महीने में 6 मौत हुईं है. हालांकि इन की अलग-अलग वजह बताई गई है. गांव में हुई मौतों के बाद कोरोना सर्वे किया गया है. वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम का दावा है कि गांव में अब कोई एक्टिव केस नहीं है. जबकि जांच के दौरान 55 लोग खांसी से पीड़ित मिले. गांव की कुल आबादी 1,350 है. जिसमें से 45 साल से अधिक उम्र वाले करीब 420 लोग हैं. इन में से 276 लोगों ने पहला डोज लगवा लिया है जबकि सिर्फ 38 लोगों ने ही कोरोना का दूसरा डोज लगवाया है.
लोगों में वैक्सीनेशन को लेकर डर
गांव के लोगों से बात करने पर किसी ने बताया कि पहले टीके के बाद बुखार आने की वजह से दूसरा टीका नहीं लगवाया है. लोगों में वैक्सीनेशन को लेकर डर बैठ गया है. वहीं कुछ लोग टीका लगवाना चाहते हैं लेकिन ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के बाद ओटीपी नहीं आने से स्लॉट बुक नहीं कर पा रहे. सैत गांव के सचिव सत्य नारायण तिवारी ने बताया कि गांव के चार बुजुर्गों की मौत दूसरे शहरों में हुई, लेकिन वह सामान्य मृत्यु थी. उन्होंने कहा कि गांव के लोगों में वैक्सीन को लेकर भ्रम है। उसे दूर कर वैक्सीन लगवाई जा रही है.