भोपाल में बिजलीकर्मियों की हड़ताल:1100 इंजीनियरों और कर्मचारियों ने मोबाइलबंद किए, फॉल्ट से जुड़ी कंप्लेंट नहीं सुन रहे, रेवन्यू के सारे काम भी ठप

भोपाल में बिजली कंपनी के करीब 1100 इंजीनियर एवं कर्मचारियों ने मोबाइलबंद हड़ताल शुरू कर दी है। मंगलवार सुबह से ही उन्होंने मोबाइल बंद कर दिए और फॉल्ट से जुड़ी कंप्लेंट नहीं सुनी। हड़ताल की वजह से रेवन्यू से जुड़े सारे काम भी ठप हो गए हैं। बिजली बिल काउंटर सूने हैं, जबकि बिलों की वसूली, कनेक्शन काटने या जोड़ने जैसे काम भी नहीं हो रहे हैं। सुबह 11 बजे तक ही 100 से ज्यादा फॉल्ट व बिजली से जुड़ी अन्य कंप्लेंट हो चुकी है, पर फॉल्ट सुधारने वाला कोई नहीं है। हालांकि, इमरजेंसी सेवाएं जारी रखी गई है।

बिजली कंपनी के कई कार्यालयों में मंगलवार को ताले लटके रहे। कर्मचारियों ने कोई काम नहीं किया।
बिजली कंपनी के कई कार्यालयों में मंगलवार को ताले लटके रहे। कर्मचारियों ने कोई काम नहीं किया।

सरकार और बिजलीकर्मियों से जुड़े संगठनों के बीच सोमवार को बातचीत बेनतीजा रही थी। संगठन के पदाधिकारियों को सरकार ने बातचीत के लिए मंत्रालय में भी बुलाया था, लेकिन मांगों को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका। इस कारण मंगलवार को वे हड़ताल पर चले गए। पहली बार मोबाइल बंद हड़ताल की गई है। ताकि किसी प्रकार की कंप्लेंट अटेंड न की जाए और न ही अधिकारी उन पर काम का दवाब बना सके। यूनाइटेड फोरम के संयोजक वीकेएस परिहार एवं रजनीश रावत समेत अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि इंजीनियर व कर्मचारियों की यह हड़ताल अपनी 15 सूत्रीय मांगों एवं इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल के विरोध में की जा रही है।

बिल काउंटर सूने, वसूली भी नहीं की गई

एमपी नगर जोन कार्यालय में हड़ताल के कारण छाई वीरानी।
एमपी नगर जोन कार्यालय में हड़ताल के कारण छाई वीरानी।

शहर में बिजली कंपनी के 24 जोन दफ्तर हैं। इसके अलावा सब स्टेशन भी है। जहां पर कर्मचारी और इंजीनियर तैनात रहते हैं। सभी मोबाइलबंद कर हड़ताल पर रहे और आमजनों के लिए मुसीबत खड़ी हो गई। कई लोग जब जोन कार्यालयों में बिजली बिल जमा कराने पहुंचे तो उन्हें काउंटर सूने नजर आए। इस कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा। तुलसीनगर स्थित कंपनी दफ्तर में ऐसे ही हालात नजर आए। यहां बिल जमा करने के लिए कोई नहीं था।

ये काम भी प्रभावित

  • शहर में सुबह 11 बजे तक फॉल्ट व बिजली से जुड़ी अन्य 100 से ज्यादा शिकायतें आ चुकी हैं, लेकिन उन्हें सुधारने वाला कोई नहीं था। कर्मचारी मंगलवार को घरों व व्यावसायिक इलाकों की बिजली सप्लाई में आने वाले फॉल्ट नहीं सुधारेंगे।
  • दफ्तरों में बिल जमा करना हो या बकाया राशि की वसूली, ये काम भी प्रभावित हो रहे हैं।
  • बिजली कनेक्शन काटने की कार्रवाई भी नहीं हो पा रही है।

ये सेवाएं जारी

  • उप केंद्र और पॉवर हाउस में शिफ्ट की ड्यूटी यथावत है।
  • फ्यूज ऑफ कॉल सेवाएं बंद है, लेकिन सरकारी अस्पताल समेत इमरजेंसी सेवाएं जारी है।

इस तरीके से भी विरोध जताया

  • कर्मचारी दफ्तरों में नहीं गए। वे कर्मचारी ही ऑफिस में नजर आए, जिनका संगठन हड़ताल में शामिल नहीं है। हालांकि, ऐसे कर्मचारियों की संख्या कम है।
  • विभागीय बैठकों में शामिल नहीं होना है।
  • कोई भी जानकारी ई-मेल या वॉट्सएप पर नहीं दी जाना है।
  • ईआरपी के माध्यम से कोई भी अधिकारी-कर्मचारी मंगलवार को लॉगिन नहीं करेगा।
  • स्टोर रूम से किसी प्रकार की सामग्री आदान-प्रदान नहीं की जाएगी।
  • सरकारी वाहन का उपयोग नहीं करेंगे
  • सभी अपने वॉट्सएप स्टेटस पर कार्यों के बहिष्कार की पिक्चर अपलोड करेंगे।

मेनटेनेंस शेड्यूल भी बदला

मंगलवार को शहर के कई क्षेत्रों में बिजली कंपनी को मेनटेनेंस करना था। इसके लिए सोमवार शाम को शेड्यूल भी तय कर दिया गया था, लेकिन रात में शेड्यूल बदल दिया गया। मंगलवार को कहीं भी मेनटेनेंस कार्य नहीं किया गया।

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