काबुल में अमेरिकी यूनिवर्सिटी की छात्राओं का खौफ

तालिबानी पढ़ी-लिखी युवतियों को घर-घर ढूंढ़ रहे; कह रहे हम तुम्हारा रेप करेंगे और मार देंगे

अमेरिकी सैन्यबल पूरी तरह अफगानिस्तान को छोड़ कर चले गए हैं और अब काबुल एयरपोर्ट समेत पूरी राजधानी पर तालिबान का कब्जा है। बीते 20 सालों में अमेरिका ने अफगानिस्तान में अपनी शिक्षा व्यवस्था के जरिए एक नई पीढ़ी तैयार करने की कोशिश की थी। इसी उद्देश्य से राजधानी काबुल में अमेरिकी यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई थी जिसमें पश्चिमी शिक्षा दी जाती थी।

अफगानिस्तान के छात्रों और छात्राओं में इस यूनिवर्सिटी के लिए क्रेज था, लेकिन अब अमेरिका के जाने के बाद इस यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट और खासकर लड़कियां खतरा महसूस कर रही हैं। BBC की एक पत्रकार ने ट्वीट करते हुए दावा किया है कि तालिबान ने अमेरिकी यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली छात्राओं को बलात्कार करने और जान से मार देने की धमकियां दी हैं।

BBC की पत्रकार ने लिखा, ‘काबुल में अमेरिकी यूनिवर्सिटी के छात्रों का कहना है कि तालिबान को उनके नाम और घर का पता मालूम है। एक छात्रा को ये मैसेज मिला है, जिसमें लिखा है- तुम अमेरिकी यूनिवर्सिटी में पढ़ती थी और सरकार के लिए काम करती थी। थोड़ा इंतजार करो, हम तुमसे निबटेंगे।’ एक और मैसेज में इस छात्रा से कहा गया है- हम तुम्हारा रेप करेंगे और तुम्हें मार देंगे।

कई छात्राएं घरों में छुपीं, हर पल तालिबान का डर
दैनिक भास्कर ने काबुल और अफगानिस्तान के दूसरे हिस्से में मौजूद जिन छात्राओं से बात की है वो छुपकर रह रही हैं और बहुत डरी हुई हैं। अमेरिकी यूनिवर्सिटी की ही एक छात्रा ने भास्कर से कहा, ‘मैं नहीं जानती की मैं कैसा महसूस कर रही हूं। मेरी अगस्त में ही सगाई हुई थी। मैं अपने मंगेतर से भी नहीं बात कर रही हूं। क्या कहूं, क्या समझाऊं? मैं बदहवास हूं। मुझे डर लग रहा है कि अगर मैं ये महसूस करूंगी कि क्या हो रहा है तो मैं पागल हो जाऊंगी।’

अगर तालिबान मुझे देखेंगे तो उठा ले जाएंगे
काबुल के ही एक हिस्से में छुप कर रह रही एक अन्य छात्रा ने कहा, ‘मैं अपनी खिड़की से बाहर तक नहीं झांक रही हूं। अगर तालिबान मुझे देखेंगे तो उठा ले जाएंगे। वो पढ़ी लिखी लड़कियों को निशाना बना सकते हैं।’

अमेरिकी बलों के काबुल से लौटने के बाद लड़कियों पर खतरा बढ़ गया है। हजारों अफगान लड़कियों ने पश्चिमी देशों में शरण मांगी थी, लेकिन सभी को देश से नहीं ले जाया जा सका है। अब ये सब छुपी हुई हैं और बेहद डरी हुई हैं। ऐसी ही एक लड़की ने भास्कर से कहा, ‘हमें नहीं पता कि आगे क्या होगा। अब हमारे पास उम्मीद के सिवा कुछ भी नहीं है।’

तालिबान ने शरियत के आधार पर महिलाओं को अधिकार देने की बात कही
तालिबान ने कहा है कि महिलाओं की सुरक्षा का ध्यान रखा जाएगा और किसी को भी निशाना नहीं बनाया जाएगा। तालिबान ने ये भी कहा है कि महिलाओं को शरियत में मिले उनके अधिकार दिए जाएंगे। तालिबान समर्थकों ने कुछ स्कूलों की तस्वीर भी वायरल की हैं, जिसमें लड़कियों को स्कूल और महिलाओं को बाजार घूमते हुए दिखाया गया है। हालांकि, ये तस्वीरें कब की हैं, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।

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