कोविड के मामलों में हो रही बढ़ोतरी को CM शिवराज ने बताया खतरे का संकेत, कहा- ‘सब हो जाएं सावधान’
सीएम शिवराज ने कहा कि जन जागरूकता की गतिविधियों में कमी नहीं आनी चाहिए. जिस भी व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत है तो वो अस्पताल जाकर फौरन डॉक्टर को दिखा
मध्य प्रदेश (madhya pradesh) में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस (covid-19) के 22 नए मरीज मिले हैं. जिसके बाद कुल मामले 7,92,259 पहुंच गए हैं. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार प्रदेश में पिछले 24 घंटे में किसी मरीज की संक्रमण के कारण मौत नहीं हुई है. प्रदेश में अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 10,516 है. प्रदेश में वर्तमान में 122 एक्टिव मरीज हैं. वहीं इंदौर, भोपाल, जबलपुर और सागर में ज्यादातर पॉजिटिव प्रकरण सामने आए हैं.
राज्य में एक बार फिर धीरे-धीरे बढ़ते पॉजिटिव केसों को देखते हुए प्रदेश के मु्ख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि यह संकेत है कि सब सावधान हो जाएं. उन्होंने क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्य और प्रभारी मंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि वो सभी परस्पर संवाद कर संक्रमण के स्थिति का जायजा लेते रहें.
जन जागरूकता की गतिविधियों में ना आए कमी
सीएम शिवराज ने कहा कि जन जागरूकता की गतिविधियों में कमी नहीं आनी चाहिए. जिस भी व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत है तो वो अस्पताल जाकर फौरन डॉक्टर को दिखाए. जिन जिलों में संक्रमण के मामले आ रहे हैं, उन पर नजर रखी जाए. कांटेक्ट ट्रेसिंग की जाए.
कोरोना से लड़ाई के लिए इंतजाम पूरे
कोरोना की दूसरी लहर के मुकाबले सरकार का दावा है कि अब हालात सुधरे हैं. अस्पतालों में बेड की बात करें तो आइसोलेशन बेड 6239 है. ऑक्सीजन वाले बेड 14,903 और आईसीयू बेड की संख्या 5874 हैं. कुल मिलाकर प्रदेश में 2,7016 बेड्स इस समय उपलब्ध हैं. जानकारी के मुताबिक प्रदेश में 190 ऑक्सिजन प्लांट स्थापित करने का लक्ष्य है. वर्तमान में 88 प्लांट लगाए जा चुके हैं. जिसमें 18 इंस्टॉल हो गए हैं. 40 यूनिट्स हैंडओवर की जा चुकी हैं. बाकी 44 यूनिट भी लगभग तैयार हो चुकी हैं. लोक निर्माण विभाग ,यूनिसेफ ,पीएम केयर , कोल इंडिया, रेलवे जैसे संस्थानों के सहयोग से भी ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं.
गुजरात के बाद मध्य प्रदेश दूसरे नंबर पर
मध्य प्रदेश 72% प्रथम डोज वैक्सीनेशन का काम पूरा करके गुजरात के बाद देश के दूसरे अग्रणी प्रदेश में शामिल है. सीएम ने प्रभारी अधिकारियों से भी चर्चा की है. धार, भिंड, सतना और श्योपुर ऐसे जिले हैं जहां वैक्सीनेशन 50% से कम हुआ है. प्रदेश में अब तक कुल 4 करोड़ 86 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. वहीं आंकड़ों के मुताबिक जांच के लिए 2 लाख आरएनए किट और 1 लाख 79 हजार आरटीपीसीआर किट प्रदेश में उपलब्ध है.