5 महीने में 21,297 रजिस्ट्री, दीपावली पर और बढ़ेगी संपत्ति की खरीद-बिक्री
- संपत्ति कारोबार में रिकॉर्ड बूम, सरकार को पंजीयन फीस और स्टाम्प शुल्क के एवज में 195 करोड़ रुपए मिले, जो लक्ष्य से 72 करोड़ रुपए ज्यादा
अप्रैल से अगस्त 2021 के 5 महीने में सर्वाधिक 21 हजार 297 दस्तावेज का पंजीयन जिले में हुआ है। इससे सरकार को स्टाम्प व पंजीयन फीस के रूप में 195 करोड़ रुपए मिले जबकि इन 5 महीनों का लक्ष्य सिर्फ 123 करोड़ रुपए था। बिल्डरों तर्क यह है कि कोरोना संक्रमण के दौरान बंद काम अब रफ्तार पकड़ रहा है। यही वजह है कि ग्वालियर प्रक्षेत्र के 13 जिलों में 368 करोड़ के लक्ष्य की तुलना में 565 करोड़ रुपए मिल चुके हैं। यह वृद्धि करीब 21% तक है। उप महानिरीक्षक पंजीयन उमाशंकर बाजपेयी ने इसकी पुष्टि की। अगले दो महीने में रियल एस्टेट सेक्टर और मजबूर होने की उम्मीद है।
2 कारण से और सुधर सकती है स्थिति
- दस्तावेज पंजीयन का काम और गति पकड़ सकता है बशर्ते खाली पद भर दिए जाएं। अभी उप पंजीयन कम होने से वृत-2 में 16 सितंबर तक के स्लॉट फुल हैं जबकि वृत-1 में 13 सितंबर तक के।
- नगर निगम में स्थायी आयुक्त न होने से मंजूरी रुकी हैं जबकि रेरा में प्रोजेक्ट के पंजीयन लंबे समय से होल्ड पर हैं। सरकार दोनों बाधाओं को दूर कर दे तो शहर का रियल एस्टेट सेक्टर बढ़ेगा।
नए प्रोजेक्ट में 50 फीसदी से ज्यादा बुकिंग
मंंदी झेलने के बाद रियल एस्टेट सेक्टर आज अच्छी स्थिति में है। अभी जो नए प्रोजेक्ट चल रहे हैं उनमें भी 50% से ज्यादा बुकिंग की स्थिति बनी है। दीपावली पर नए प्रोजेक्ट आते ही रियल एस्टेट सेक्टर में और तेजी की क्रेडाई को उम्मीद है। -महेश भारद्वाज, सचिव क्रेडाई