देश के टॉप 100 इंस्टीट्यूट में IIT इंदौर की 30वीं रैंक, IISER भोपाल 50वें पायदान पर
नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग जारी
शिक्षा मंत्रालय ने नेशनल इंस्टीट्यूशनल की ओवरऑल रैंकिंग जारी कर दी है। इस रैंकिंग में इंदौर और भोपाल के इंस्टीट्यूट्स को जगह मिली है। टॉप 100 में IIT इंदौर की रैंक 30 और स्कोर 53 रहा है। वहीं भोपाल के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च को 48.05 स्कोर के साथ 50वीं रैंक मिली है। 86.76 स्कोर के साथ चैन्नई का इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मद्रास पहले पायदान पर है। दूसरे पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस बेंगलुरु (स्कोर 82.67) तो तीसरे पर IIT मुंबई (स्कोर 82.52) है।
इंजीनियरिंग
इंजीनियरिंग में IIT इंदौर टॉप 200 में 13वें रैंक पर है। स्कोर 62.5 है। 45 स्कोर के साथ भोपाल के मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी को 60वीं रैंक तो IIITDM जबलपुर को 80वीं रैंक मिली है। इसका स्कोर 41 है। यहां भी IIT मद्रास 90.19 स्कोर के साथ पहले पायदान पर है।
मैनेजमेंट
मैनेजमेंट की टॉप 75 रैंकिंग में IIM इंदौर को 71 स्कोर के साथ 6वीं रैंक मिली है। ABV-IIITM ग्वालियर को 58 रैंक (स्कोर 46.5) तो भोपाल के IIFM भोपाल को 75वीं रैंक (स्कोर 53) मिली है। पहले पायदान पर IIM अहमदाबाद है। इसका स्कोर 83.69 है।
लॉ
लॉ में टॉप 30 में मध्य प्रदेश से सिर्फ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी ने ही जगह बनाई है। यूनिवर्सिटी को 53 स्कोर के साथ 14वीं रैंक मिली है। पहले नंबर पर नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी बेंगलुरु है। इसका स्कोर 78.06 है।
आर्किटेक्चर
आर्किटेक्चर में टॉप 25 में भोपाल के दो इंस्टीट्यूट हैं। स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर को 6वीं रैंक मिली है। स्कोर 65.05 है। मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी 52 स्कोर के साथ 20वीं पायदान पर है। IIT रुड़की 82.65 स्कोर के साथ टॉप पर है।
डेंटल
डेंटल में टॉप 40 में अकेले इंदौर का गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज ने जगह बनाई है। 52 स्कोर के साथ कॉलेज 32वीं रैंक पर है। मणिपाल कॉलेज ऑफ डेंटल साइंस, उडुपी (कर्नाटक) 81.30 स्कोर के साथ पहले नंबर पर है।
रिसर्च
रिसर्च में टॉप 50 में IIT इंदौर की रैंक 49 स्कोर के साथ 26वीं है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च, भोपाल 41 स्कोर के साथ 45वें पायदान पर है। टॉप पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलुरु (स्कोर 86.48) है। फार्मेसी, यूनिवर्सिटी, कॉलेज, मेडिकल की रैंकिंग में मध्य प्रदेश के किसी भी संस्थान को जगह नहीं मिली।