सम्राट मिहिर भोज प्रतिमा विवाद:राजपूत क्षत्रिय, गुर्जर समाज के सदस्यों के साथ बैठे कलेक्टर, SP, साफ शब्दों में दी चेतावनी जिसने भी माहौल बिगाड़ा NSA और जिलाबदर के लिए रहे तैया
- – दो पक्षों ने दिलाया भरोसा पूरा करेंगे सहयोग, फिर मिले गले….
सम्राट मिहिर भोज किसी भी वंश या समुदाय के हों, लेकिन उनको लेकर शहर में माहौल न बिगाड़ा जाए। यदि चेतावनी के बाद भी कोई नहीं मानता है और इस तरह का काम करता है जिससे साम्प्रदायिक सौहार्द का माहौल बिगड़ता है तो वह NSA (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) व जिलाबदर की कार्रवाई के लिए तैयार रहे। मामला न्यायालय में है और जब तक कोई फैसला नहीं हो जाता है, तब तक किसी भी तरह का विवाद न करें।
यह बात कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, एसपी अमित सांघी ने गुर्जर व राजपूत समाज के सदस्यांे को एक साथ बैठाकर कही है। इसके बाद दोनों पक्षों ने एक दूसरे से गले मिलकर वादा किया है कि वह किसी तरह का कोई विवाद नहीं करेंगे। साथ ही पुलिस और प्रशासन का सहयोग करेंगे। साथ ही दोनों समुदाय के प्रतिनिधियों ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर भडकाऊ पोस्ट डालने वालों एवं कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिये प्रशासन व पुलिस स्वतंत्र है।
कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह एवं पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने शहर के चिरवाई नाके पर स्थापित सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा को लेकर दो समुदायों के बीच चल रहे विवाद के संबंध में उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर में दायर हुई याचिका की जानकारी बैठक में दी। प्रतिनिधियों से कहा है कि अब उच्च न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन है। इसलिये निर्णय का इंतजार करें। साथ ही स्पष्ट किया कि प्रशासन न्यायालय के निर्णय को हर हाल में लागू कराएगा। बैठक में अपर कलेक्टर आशीष तिवारी, ASP शहर हितिका वासल, ADM रिंकेश वैश्य, ASP संजय डण्डौतिया सहित जिला प्रशासन व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। साथ ही गुर्जर समाज से साहब सिंह गुर्जर, एमपी सिंह, भीकम सिंह, अलबेल सिंह घुरैया, रूकबेल सिंह घुरैया व थान सिंह गुर्जर सहित अन्य प्रतिनिधिगण मौजूद थे। इसी तरह राजपूत – क्षत्रिय समाज से राजेन्द्र सिंह भदौरिया, बृजपाल सिंह तोमर, अशोक सिंह भदौरिया, शिवेन्द्र राठौर, रघुराज सिंह तोमर, सुरेन्द्र तोमर, मोनू सोलंकी व छोटू सिंह तोमर सहित क्षत्रिय समाज के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
सामाजिक सदभाव बिगाडा तो NSA व जिला बदर किया जाएगा
– कलेक्टर ने कहा कि अब यदि किसी ने धारा-144 का उल्लंघन कर सामाजिक सदभाव बिगाडऩे की कोशिश की तो उसके खिलाफ धारा-188 के तहत कार्रवाई के साथ-साथ NSA व जिलाबदर जैसी कठोर कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जो लोग धरना, जुलूस व भडक़ाऊ पोस्ट इत्यादि के जरिए कानून का उल्लंघन करेंगे, उन सभी के शस्त्र लायसेंस भी तत्काल प्रभाव से निरस्त किए जायेंगे।
एसपी ने कहा 239 लोगों के नाम सामने आए
– पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने बैठक में दोनों समुदाय के प्रतिनिधियों को यह भी जानकारी दी कि सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा को लेकर जिन लोगों ने पिछले दिनों धारा-144 का उल्लंघन कर अवैध रूप से धरना व प्रदर्शन किए हैं, उन सभी की वीडियोग्राफी कराई गई है और ऐसे लगभग 239 लोगों के नाम उनके सामने आ गए हैं। आगे यदि कानून का उल्लंघन किया तो इन सभी के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर दी जायेगी।