गाड़ी से कुचले गए 4 किसानों और हिंसा में मारे गए 4 अन्य की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई, चोट-शॉक और हेमरेज से मौत

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट है कि किसानों की मौत गाड़ी के नीचे कुचलने से हुई है. किसानों के शरीर पर घिसटने से बने गहरे घाव मौजूद है. उधर बीजेपी कार्यकरता, ड्राइवर और पत्रकार के शरीर पर पिटाई से चोट के निशान मिले हैं.

यूपी के लखीमपुर में रविवार को किसानों पर गाड़ी चढ़ाने के बाद भड़की हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) में कुल 8 लोगों की मौत हुई है जिनमें से एक स्थानीय पत्रकार भी शामिल है. मारे गए लोगों में 4 किसान, 2 बीजेपी कार्यकर्ता, 1 अजय मिश्रा का ड्राइवर और एक स्थानीय पत्रकार शामिल है. इस हिंसा में मारे गए 8 लोगों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट (Postmortem Report) सामने आ गई है. इस रिपोर्ट के मुताबिक ज्यादातर की मौत चोट लगने से, शॉक लगने से या फिर हेमरेज के कारण हुई है पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गोली लगने की बात नहीं है.

जानिए किसकी मौत की क्या वजह?

4 किसान:

1. लवप्रीत सिंह (किसान)
मौत की वजह- घिसटने से हुई मौत, शरीर पर चोट के निशान मिले, शॉक और हेमरेज मौत की वजह.

2. गुरविंदर सिंह (किसान)
मौत की वजह- दो चोट और घिसटने के निशान मिले. धारदार या नुकीली चीज से आई चोट. शॉक और हेमरेज.

3. दलजीत सिंह (किसान)
मौत की वजह- शरीर पर कई जगह घिसटने के निशान, गाड़ी के नीचे आने से बने. यही बनी मौत की वजह.

4. छत्र सिंह (किसान)
मौत की वजह- मौत से पहले शॉक, हेमरेज और कोमा. घिसटने के भी मिले निशान.

हिंसा में मारे गए 4 अन्य लोग:

5. शुभम मिश्रा (बीजेपी नेता)
मौत की वजह- लाठी-डंडो से हुई पिटाई. शरीर पर दर्जनभर से ज्यादा जगहों पर चोट के निशान मिले.

6. हरिओम मिश्रा (अजय मिश्रा का ड्राइवर)
मौत की वजह- लाठी-डंडों से पिटाई. शरीर पर कई जगह चोट के निशान. मौत से पहले शॉक और हेमरेज.

7. श्याम सुंदर (बीजेपी कार्यकर्ता)
मौत की वजह- लाठी-डंडों से पिटाई. घिसटने से दर्जनभर से ज्यादा चोटें आईं.

8. रमन कश्यप (स्थानीय पत्रकार)
मौत की वजह- शरीर पर पिटाई के गंभीर निशान. शॉक और हेमरेज से हुई मौत.

ड्राइवर और बीजेपी कार्यकर्ता की मौत पिटाई से

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट है कि किसानों की मौत गाड़ी के नीचे कुचलने से हुई है. किसानों के शरीर पर घिसटने से बने गहरे घाव मौजूद है. उधर बीजेपी कार्यकरता, ड्राइवर और पत्रकार के शरीर पर पिटाई से चोट के निशान मिले हैं. बता दें कि सोमवार को प्रशासन और किसानों के बीच समझौता हो गया. तय हुआ कि हिंसा में मारे गए चारों किसानों के परिजनों को 45-45 लाख रुपये का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी. साथ ही हिंसा में घायल हुए लोगों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. इसके अलावा इस पूरे मामले की जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज करेंगे.

डिप्टी सीएम के कार्यक्रम से पहले भड़की हिंसा

बता दें कि रविवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य तय कार्यक्रम के तहत लखीमपुर खीरी के दौरे पर थे. कथित तौर पर केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा ने किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी थी जिसके बाद हिंसा भड़क गई. 4 किसानों की मौत हो गई और बदले में किसानों की भीड़ ने ड्राइवर और दो बीजेपी कार्यकर्ताओं को पीट-पीटकर मार दिया. इस मामले में आशीष मिश्रा के खिलाफ हत्या का केस दर्ज हो चुका है

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