जालसाजों के निशाने पर ATM ….100 एटीएम में ‘पत्ती’ फंसा क्रिएट किया एरर; 42 बार में निकाले 10 लाख रुपए

राजधानी के 100 एटीएम में छेड़छाड़ कर दस लाख रुपए निकालने वाली गैंग के तीन सदस्यों को भोपाल सायबर क्राइम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अप्रैल से अगस्त के बीच सात सदस्यीय ये गैंग 42 बार कामयाब हुई। 10-12वीं तक पढ़े सदस्य केवल एसबीआई की एनसीआर (पुरानी तकनीक की) एटीएम मशीन को ही निशाना बनाते थे।

इस जालसाजी के गैंग ने लोहे का उपकरण बनवाया है, जिसे ये पत्ती बुलाते हैं। एटीएम में पैसे निकालने के लिए बटन दबाने पर बाहर निकलने वाले कैश स्लॉट शटर को आरोपी पकड़ लेते थे। फिर इसमें पत्ती फंसा देते थे, जिससे कैश सेंसर पर न गिरकर पत्ती पर गिरता था। इससे एटीएम मशीन में एम-18 एरर क्रिएट होता था। यानी कैश तो निकल जाता था, लेकिन एटीएम कार्ड यूजर के खाते से रकम डिडक्ट नहीं होती थी। पुलिस को फिलहाल इस गैंग के चार सदस्यों की तलाश है।

एसपी साउथ साईं कृष्णा ने बताया कि बीती 13 अगस्त को एफएसएस कंपनी के कर्मचारी प्रेम प्रकाश रंगा ने शिकायत की थी। बताया था कि कुछ एसबीआई एटीएम में छेड़छाड़ कर अप्रैल से अगस्त महीने के बीच करीब दस लाख रुपए निकाले गए हैं। तकनीकी जांच में सामने आया कि से वारदात करने वाले अपनी बाइक भोपाल रेलवे स्टेशन पर पार्क करते हैं।

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखकर आरोपियों का ट्रैक बनाया और अगली वारदात करने हरियाणा के पलवल से भोपाल आए तीन आरोपियों को पकड़ लिया। पकड़े गए आरोपियों में आरिफ, शाहरुख खान और मनीष शामिल हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से एक बाइक, लोहे की पत्ती, दो मोबाइल फोन, तीनों के आधार कार्ड और नौ एटीएम कार्ड जब्त किए हैं।

12वीं पास शाहरुख है मास्टरमाइंड

एएसपी अंकित जायसवाल ने बताया कि शाहरुख को एटीएम तकनीक की अच्छी जानकारी है। महज 12वीं तक पढ़ा शाहरुख ही एटीएम से छेड़छाड़ करता था। ये तरीका उसने इंटरनेट पर सीखा था। इस दौरान दसवीं पास मनीष बूथ में साथ खड़े होकर आने-जाने वालों पर नजर रखता था।

आठवीं पास आरिफ बाइक लेकर दोनों के लौटने का इंतजार करता था। सात सदस्यीय गैंग पलवल से दिल्ली फिर दिल्ली से भोपाल ट्रेन से आती थी। यहां स्टेशन के पास उनकी बाइक खड़ी रहती थी, जिसका वे महीनेभर का किराया देते थे। तीन-तीन की टीम में आरोपी अलग-अलग जाकर वारदात करते थे।

एटीएम में इस तरह क्रिएट करते थे एम-18 एरर

रकम निकालने के लिए आरोपी अपने ही परिचितों के एटीएम कार्ड का इस्तेमाल करते थे। जैसे शाहरुख ने एटीएम कार्ड को मशीन में स्वैप कर 500 रुपए निकालने के लिए बटन दबाए। इससे एटीएम का कैश स्लॉट शटर नोट लेकर बाहर की ओर आता था। तभी वह इस स्लॉट शटर को पकड़ लेता था। शटर अपनी जगह पर लौटने की तीन बार कोशिश करता, लेकिन शाहरुख उसे पकड़े रहता था।

इस परिस्थिति में स्लॉट शटर बाहर ही अटक जाता था। तब आरोपी उस स्लॉट शटर में खुद बनवाया गया लोहे का उपकरण (पत्ती) फंसा देता था। गिनती के बाद मशीन नोट को अंदर लगे दो सेंसर्स पर गिराती है। लेकिन पत्ती लगने से, नोट सेंसर पर न गिरकर पत्ती पर गिरते थे।

इसे एटीएम रीड नहीं कर पाता था और एम-18 एरर क्रिएट होता था। यानी मशीन से रकम तो बाहर निकल गई, लेकिन एटीएम उसे रीड नहीं कर पाया और एटीएम कार्ड यूजर के खाते से ट्रांजेक्शन फेल हो गया। इससे आरोपियों के बैंक खाते से रकम डिडक्ट नहीं होती थी और वे मशीन में एरर क्रिएट कर पैसे भी निकाल लेते थे।

गैंग में 7 लोग…

अप्रैल-अगस्त के बीच 7 आरोपियों ने 100 एटीएम में लोहे की पत्ती फंसाकर करीब दस लाख रुपए निकाल लिए। ये रकम जुमेराती, नवीबाग कॉलेज रोड, अयोध्या नगर, शाहपुरा, इतवारा, बजरिया, छोला मंदिर, निशातपुरा, अशोका गार्डन क्षेत्रों के एटीएम से निकाली गई हैं। पुलिस को उनके फरार साथियों शमीम, इनाम, इक्लास और मुफरीद की तलाश है। इक्लास हनुमानगंज क्षेत्र में दस साल रहा है और उसी ने साथियों को 100 एटीएम बूथ का सर्वे कर बताया था।

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