ग्वालियर में विकास फाइलाें में बंद, अफसराें काे नहीं चिंता, अब तक नहीं हुई काेई बैठक

पुलिस के महानगरों में शुमार ग्वालियर में बड़ी योजनाओं में प्रगति नहीं दिख रही है। यही कारण है कि प्रोटोकाल में खुद को व्यस्त बताने वाले अफसराें ने शहर की बड़ी योजनाओं को लेकर एक भी बैठक आयोजित नहीं की हैं। गोले का मंदिर पर एलिवेटेड रोड का प्राेजेक्ट भी अब तक अटका हुआ है, इसमें अब तक टेंडर तक जारी नहीं हुए हैं। खास बात यह है कि यह प्राेजेक्ट नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्राथमिकता में शामिल है। वहीं शहर के ऐसे पुल जो बन कर तैयार हैं, लेकिन अभी तक उनका शुभारंभ नहीं हाे सका है। वहीं अटल स्मारक की जमीन भी अभी तक फाइनल नहीं हो सकी है। ऐसे कुछ प्रोजेक्टाें की रफ्तार सुस्त होने से आगे परेशानी और बढ़ सकती है।

ज्ञात रहे कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नागरिक उड्डयन मंत्री ज्याेतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर में एलिवेटेड रोड और अटल स्मारक की घोषणा की थी। उपचुनाव के बाद से अटल स्मारक की परिकल्पना चली आ रही है। हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अटल स्मारक के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है, लेकिन अभी तक सरोल पहाड़िया या महुआ बांध यह स्मारक कहां बनेगा, सरकार तय नहीं कर पाई है। वही बायलर का एक और महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट अधर में अटका पड़ा है। इसके ऊपर टर्मिनल और लोअर टर्मिनल को लेकर असमंजस की स्थिति बनी थी और सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने भी स्वरुचि दिखाई थी, लेकिन उसके बाद पूरा प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में चला गया।

सिंधिया भी ले चुके हैं बैठकः शहर के विजन डाक्यूमेंट को लेकर खुद सिंधिया भी बैठक ले चुके हैं। उन्होंने बैठक में बताया था कि शहर की विकास योजनाओं को तो प्रगति देनी ही है, साथ ही पर्यटन का भी विशेष ध्यान रखना है।

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