गडकरी की दो टूक ….सरकारें अहंकारी होती हैं; खुद को सबसे बड़ा जानकार समझती हैं, इसलिए लोगों से सलाह नहीं लेती
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सरकार और ब्यूरोक्रेसी पर एक बार फिर बेबाक टिप्पणी की है। गडकरी ने कहा कि सरकार में बड़े स्तर पर ईगो (अहंकार) होता है। उन्हें लगता है कि सारी जानकारी मेरे पास पास ही है, इसलिए लोगों से सलाह मशविरा नहीं करते। अच्छे आदमी को निंदा करने वाले व्यक्ति को हमेशा साथ रखना चाहिए।
समय पर फैसला नहीं लेने से प्रोजेक्ट में देरी
गडकरी ने आगे कहा कि समय पर फैसले नहीं लिए जाने की वजह से सरकारी प्रोजेक्ट में देरी होती है। उन्होंने कहा कि निर्णय क्या करते हैं, यह समस्या नहीं है, समस्या यह है कि निर्णय नहीं करते। जॉइंट सेक्रेटरी की गलती को सेक्रेटरी संभालता है, सेक्रेटरी की गलती को मंत्री। लेकिन मैं पारदर्शी हूं, जिम्मेदारी तय करने में विश्वास करता हूं।
जमीन अधिग्रहण के मुद्दे पर इसलिए नहीं होते विरोध-प्रदर्शन
जमीन अधिग्रहण के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन ना होने का कारण पूछे जाने पर गडकरी ने कहा कि तमाम नेशनल हाई-वे, एक्सप्रेस-वे के जारी प्रोजेक्ट के बावजूद कहीं भी जमीन अधिग्रहण के मुद्दे पर विरोध-प्रदर्शन नहीं होते। उन्होंने कहा, ‘अब जमीन अधिग्रहण के लिए अधिक पैसे दिए जाते हैं। इस वजह से लोग अब यह कहने नहीं आते कि मेरी जमीन मत लो। लोग अब यह कहने आते हैं कि मेरी जमीन भी लो।’
ग्रीन कॉरीडोर पर गडकरी ने क्या कहा?
राजस्थान से इस एप के माध्यम से ग्रीन कॉरीडोर के बारे में जब केंद्रीय मंत्री गडकरी से पूछा गया तो उन्होंने कहा हमने यह तय किया है कि ग्रीन कॉरीडोर बनाने के लिए राज्य सरकार के बदले हम खुद प्लांट लगाएं। हमने द्वारका एक्स्प्रेस वे पर 12000 प्लांट लगाने का फैसला किया है।
साथ ही हमने ट्री बैंक भी बनाने का फैसला किया है। हमने ग्रीन कॉरीडोर पर चार करोड़ पेड़ लगाए हैं और इसे जी टैग से भी जोड़ रहे हैं। इससे यह पता चलेगा कि पेड़ कितना बढ़ा, उसका रिकार्ड होगा।
इन अहम मुद्दों पर जानकारी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को Cunsult ऐप लॉन्च किया। इसे पूर्व IAS अफसर राघव चन्द्रा ने बनाया है। इस ऐप पर 65 क्षेत्रों के देश के 380 एक्सपर्ट्स जुड़े हैं। नीति आयोग के CEO अमिताभ कांत भी कार्यक्रम में मौजूद थे। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में नीति आयोग भी इस ऐप की मदद लेगा। इस ऐप पर हर मुद्दे से जुड़े एक्सपर्ट मिलेंगे।
एप के माध्यम से स्वास्थ्य, सुरक्षा, कृषि, पर्यावरण, विदेश मामले, कश्मीर मामले, रेलवे, आर्थिक, महिला सशक्तिकरण, धर्म-अध्यात्म समेत 65 विषयों पर जानकारी सीधे एक्सपर्ट्स से ली जा सकती है। बात करने पर शुरू के 1 मिनट फ्री होंगे और उसके बाद कुछ चार्ज देना पड़ेगा जो एक्सपर्ट्स के खाते में जाएगा।