हाईवे के पेट्रोल पंपों का बिगड़ा खेल:ग्वालियर के हाईवे के पेट्रोलपंप सूने; झांसी-आगरा में पेट्रोल-डीजल भरवाना करते हैं पसंद, 8 से 10 रुपए का अंतर

मध्यप्रदेश सहित ग्वालियर में महंगी पेट्रोल-डीजल का असर हाईवे पर बने पेट्रोल पंपों पर साफ दिखाई दे रहा है। बीते एक साल में हाईवे के पंपों की इनकम 25 से 30 फीसदी तक घट गई है। इसकी सबसे बढ़ी वजह ग्वालियर के आसपास झांसी,आगरा और इटावा जो उत्तर प्रदेश के शहर हैं। उनमें पेट्रोल और डीजल की कीमत में 8 से 10 रुपए का अंतर होना है। दूसरे प्रदेशों से आने वाले हैवी वाहन के चालक ग्वालियर की अपेक्षा यूपी के इन शहरों में डीजल पेट्रोल डलवाना पसंद करते हैं। उन्हें इसका फायदा भी है।

बड़े वाहनों में एक बार में 100 से 150 लीटर डीजल भरता है। ऐसे में 8 से 10 रुपए का फर्क काफी बचत देता है। यही कारण हैं कि ट्रेवल्स एजेंसी, ट्रांसपोर्ट कंपनी व टैक्सी चालक ग्वालियर से सिर्फ उतना ही पेट्रोल-डीजल लेते हैं जो यूपी तक पहुंचने के लिए काफी हो। बुधवार को केन्द्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम की है। जिससे सभी प्रदेशों में डीजल पर 10 से 12 रुपए और पेट्रोल पर 8 रुपए तक कीमत कम हुई है। इसके बाद प्रदेश सरकार ने भी 4 % वैट पेट्रोलियम पदार्थ पर कम कर दिया है। जिससे पेट्रोल-डीजल की कीमत में बहुत अंतर आया है। पर MP, UP में अंतर वैसा का वैसा ही बना हुआ है। इसे ग्वालियर के हाईवे के पेट्राल पंपों को काफी घाट हो रहा है।

क्यों कम हो रही है हाईवे पर पेट्रोल पंप की इनकम?
मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में पेट्रोल-डीजल पर टैक्स का अंतर है। मध्य प्रदेश में पेट्रोल और डीजल पर VAT (वैल्यू एडेड टैक्स) यूपी के मुकाबले ज्यादा है। इसलिए मध्य प्रदेश में यूपी की अपेक्षा डीजल 9 रुपए और पेट्रोल 11 रुपए महंगा है। कहां क्या है पेट्रोल डीजल की कीमत ऐसे समझें।
मध्य प्रदेश
– पेट्रोल 106.86 रुपए है, जबकि डीजल की रेट 90.95 रुपए है
उत्तर प्रदेश
– यहां पेट्रोल के रेट 100.95 रुपए है, जबकि डीजल के रेट 86.91 रुपए के लगभग है

क्या कहते हैं हाइवे पर पंप संचालक

आय में बहुत फर्क पड़ा है
– हाइवे पर एचपी पेट्रोल पंप के मैनेजर शशि कुमार झा का कहना है कि जो यूपी, दिल्ली की तरफ जा रहे हैं वह यह करते हैं कि यहां से इतना पेट्रोल-डीजल डलवाते हैं जिससे वह यूपी बॉर्डर तक पहुंच जाए। उत्तर प्रदेश की सीमा में पहुंचते ही टैंक फुल करा लेते हैं। इससे हाइवे के पेट्रोल पंप पिछले एक दो साल में काफी घाटे में जा रहे हैं।

फुटकर में डीजल डलाकर निकल जाते हैं वाहन

– हाइवे पर इंडियन पेट्रोल पंप के कर्मचारी वीरेन्द्र पाल ने बताया कि एक साल पहले तक जो इनकम थी वह 30 फीसदी कम हो गई है। पहले यहां बड़े वाहन जैसे ट्रक, कंटेनर व लॉरी में 100 से 150 लीटर भरवाई जाती थी, लेकिन अब ट्रक या बस वाले सिर्फ 500 से 1000 रुपए की पेट्रोल या डीजल भरवाते हैं जिससे उनकी गाड़ी झांसी, आगरा, तक पहुंच जाए। इसके बाद वहां टैंक फुल कराते हैं। जिस कारण हाइवे के पेट्रोल पंप की इनकम लगातार प्रभावित हो रही है।

लोगों का कहना

जहां सस्ती होगी वहीं तो पेट्रोल-डीजल बरवाएंगे
– बस संचालक बिरजू नारायण का कहना है कि उत्तर प्रदेश डीजल सस्ता है। वहां डिपो में ही वह काम करते हैं। झांसी और ग्वालियर में 8 रुपए का अंतर एक लीटर डीजल पर पड़ता है। तो वह ग्वालियर में डीजल क्यों डलवाएंगे। वह झांसी उत्तर प्रदेश में ही डीजल डलवाते हैं। मध्य प्रदेश में अभी पेट्रोल-डीजल के दाम कम होने के आसार भी नहीं हैं।

अब तो गाड़ी उठाने में डर लगता है
– ग्वालियर निवासी महेश कुमार पेट्रोल डलवाने के लिए पंप पर आए थे। उनका कहना था कि लगातार महंगे होते पेट्रोल-डीजल से आम लोगों की कमर टूट गई है। अब घर से गाड़ी निकालने में भी डर लगता है। यही कारण है कि हाइवे पर भी लोग पेट्रोल-डीजल उतना ही डलवाते हैं जितने में यूपी तक पहुंच जाएं। फिर यूपी में पेट्रोल ट्रैंक फुल कराकर लाते हैं।

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