ग्वालियर…. प्रदूषण बोर्ड की लापरवाही:शहर में 347 अस्पताल, इसमें से 31% खुले में फेंक रहे बायोमेडिकल वेस्ट
ग्वालियर जिले में चल रहे 347 अस्पतालों में से 31 फीसदी (109) अस्पताल ऐसे हैं, जो खुले में बायोमेडिकल वेस्ट फेंककर प्रदूषण फैला रहे हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को अब इनकी सुध आई है। ऐसे 109 अस्पतालों पर कार्रवाई के लिए मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी एनपी सिंह ने तीन सदस्यीय टीम बनाई है। ये टीम 15 दिन में उन अस्पतालों का निरीक्षण करेगी जो खुले में कचरा फेंक रहे हैं।
इस टीम की रिपोर्ट के आधार पर ही अस्पताल संचालकों को खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, प्रत्येक अस्पताल को बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण (डिस्पोजल) के लिए प्रदूषण बोर्ड में पंजीयन (ऑथराइजेशन) कराना पड़ता है। शहर में ऐसे अस्पतालों की संख्या 238 है। इन अस्पतालों का कचरा आंतरी स्थित इंसीनेटर में निस्तारित किया जाता है। यहां बता दें कि शहर में प्रतिदिन लगभग 450 किलो बायोमेडिकल वेस्ट निकलता है।
प्रदूषण बोर्ड की सूची में 109 अस्पताल
प्रदूषण बोर्ड ने जो सूची तैयार की है, उसमें से कुछ अस्पताल ऐसे हैं, जिनका पंजीयन सीएमएचओ कार्यालय ने निरस्त कर दिया है, तो कुछ अस्पताल ऐसे भी है। जिन्होंने प्राधिकार लेने के लिए आवेदन कर दिया है। सूची में ओम हाॅस्पिटल, कालरा हाॅस्पिटल, डा. आहूजा हाॅस्पिटल, समर्थ हाॅस्पिटल, संस्कार हाॅस्पिटल सहित 109 अस्पतालों के नाम शामिल हैं।
अस्पतालों की शिकायत मिल रही थी, अब कार्रवाई करेंगे
लंबे समय से हमें ये शिकायत मिल रही थी कि शहर में कई अस्पताल व नर्सिंग होम बिना पंजीयन कराए संचालित हो रहे हैं। फिलहाल एक सूची तैयार की गई है। सूची में शामिल अस्पतालों में हमारी टीम निरीक्षण करेगी और जिन्होंने पंजीयन नहीं कराया होगा, उनके संबंध में रिपोर्ट तैयार करेगी। इसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
-एनपी सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी, मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, ग्वालियर