UP Assembly Elections 2022: गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा पर गोरखनाथ मंदिर का प्रभाव, जानिए इस सीट से जुड़ी हर अपडेट

गोरखपुर ग्रामीण सीट पर गोरखनाथ मंदिर का प्रभाव हमेशा से रहा है. यह प्रभाव सभी राजनीतिक दलों पर भारी पड़ता है.

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही दिन बाकी है. विधानसभा के चुनाव में जहां भाजपा अपनी वापसी को लेकर पूरी ताकत झोंकने जा रही है. वहीं सपा सत्ता में वापसी के लिए बेताब है. कांग्रेस, बसपा अभी भी छोटे दलों के साथ गठबंधन कर खुद को मजबूत करने की फ़िराक में हैं. पूर्वांचल के संसदीय क्षेत्रों में गोरखपुर ग्रामीण (Gorakhpur Rural Assembly Seat) बेहद अहम् हैं. जहां से खुद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ आते हैं. जिले में नौ विधानसभा सीटें हैं, इसमें आधा दर्जन सीटों पर सीधे महंत योगी जीत-हार का समीकरण बनाते हैं.

महंत योगी आदित्यनाथ का चेहरा सब पर भारी

गोरखपुर की ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र (Gorakhpur Rural Assembly Seat)  में गोरक्षनाथ मंदिर का प्रभाव हमेशा से रहा है. मंदिर के प्रभाव के चलते इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी मजबूत पैठ रखती है. ग्रामीण क्षेत्र में खुद महंत योगी आदित्यनाथ का चेहरा सभी राजनीतिक दलों पर भारी पड़ता है. इस विधानसभा क्षेत्र के हर घर में गोरक्षपीठ का प्रभाव साफ तौर से माना जाता है. गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा की 80 प्रतिशत आबादी खेती पर आधारित है. इस विधानसभा में गन्ने की खेती व्यवसाय का स्रोत है.

भाजपा के बागी सपा से हारे

गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा सीट (Gorakhpur Rural Assembly Seat)  पर  2017 के चुनाव में बीजेपी के विपिन सिंह ने 83686 वोट पाकर समाजवादी पार्टी के विजय बहादुर यादव को चुनाव हराया. विजय बहादुर को 79276 वोट मिले. 2017 के चुनाव में भाजपा से टिकट कटने के बाद आखिरी समय में विजय बहादुर भाजपा से बागी होकर समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़े थे. 2012 के विधानसभा चुनाव में विजय बहादुर भारतीय जनता पार्टी से 58849 वोट पाकर विजई हुए थे. उन्होंने समाजवादी पार्टी के जफर अमीन को चुनाव हराया था.

कुल मतदाता 

गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र (Gorakhpur Rural Assembly Seat)  में कुल मतदाताओं की संख्या 3,94,154 है. इसमें पुरुष मतदाता एक लाख 91 हजार, जबकि महिला मतदाता एक लाख 94 हजार हैं. गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र (Gorakhpur Rural Assembly Seat)  में हिंदू-मुस्लिम और हिंदुओं में ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, कहार, निषाद, चौहान की मिली-जुली आबादी रहती है.

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