MP में खुलेंगे ड्रोन स्कूल ….. इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और सतना में खोले जाएंगे, सिंधिया बोले-यहां नई टेक्निक सिखाई जाएगी

ग्वालियर के MITS संस्थान के मैदान पर प्रदेश का पहला ड्रोन मेला लगाया गया है। इसमें मुख्य रूप से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शामिल हुए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने आपातकाल में ड्रोन को संजीवनी बताया तो केन्द्रीय नागरिक उड्‌डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश में 5 ड्रोन स्कूल खोलने का ऐलान किया है। यह ड्रोन स्कूल प्रदेश के ग्वालियर, इंदौर, भोपाल, जबलपुर व सतना में खोले जाएंगे। केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने ड्रोन को कृषि के लिए बहुत उपयोगी बताया। साथ ही MITS में ड्रोन एक्सीलेंस सेंटर बनाए जाने की घोषणा भी की गई है। मेला में 20 स्टॉल पर 40 ड्रोन सजाए गए थे। 11 कंपनी के ड्रोन ने आसमान में कलाबाजी दिखाई। सबसे अहम बात यह रही कि इस मेला से ड्रोन के उपयोग, व्यवसाय व रोजगार के नए मार्ग खुलेंगे।

ड्रोन मेला के शुभारंभ अवसर पर मंच पर बैठे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, केन्द्रीय मंत्री सिंधिया।
ड्रोन मेला के शुभारंभ अवसर पर मंच पर बैठे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, केन्द्रीय मंत्री सिंधिया।

नागरिक उड्‌डयन मंत्रालय तथा फिक्की द्वारा माधव इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ऑफ साइंस (MITS) परिसर में ड्रोन मेले का आयोजन किया गया। नई ड्रोन नीति के तहत ड्रोन का उपयोग बढ़ाने के लिए इस मेले का आयोजन किया गया है। इस मेले में फोकस कृषि क्षेत्र और विद्यार्थियों के लिए ड्रोन का उपयोग रहा। शनिवार को ड्रोन मेला का उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया है। ड्रोन बनाने वाली 20 कंपनियों ने मेले में आकर अपने-अपने ड्रोन का प्रदर्शन किया है। एक साथ 11 ड्रोन कंपनी ने अपने प्रोडक्ट उड़ाकर दिखाए। केन्द्रीय मंत्री ने ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि ड्रोन पांच स्कूल प्रदेश में खोले जाएंगे। इसके साथ ही अभी ड्रोन का कारोबार जो 60 करोड़ रुपए हैं, वह आने वाले पांच साल में बढ़कर 15 हजार करोड़ पहुंच सकता है। हम ड्रोन क्रांति के साक्षी बन रहे हैं।
बाढ़ आपदा में अहम साबित हुआ था ड्रोन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि हाल ही में ग्वालियर-चंबल में बाढ़ के दौरान ड्रोन काफी अहम साबित हुआ था। ड्रोन की मदद से बाढ़ में फंसे लोगों को चिन्हित कर मदद पहुंचाई गई और उनको बचाया जा सका था। केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह ने कहा कि ड्रोन की मदद से हाल ही में भारत में टिड्‌डों के दल को भगाया गया था।

आसमान में कलाबाजी दिखाता ड्रोन
आसमान में कलाबाजी दिखाता ड्रोन

1 किलो से लेकर 42 किलो वजन हवा में ले जा सकता है ड्रोन
– ड्रोन मेला में देश की 20 कंपनियों के स्टॉल लगे हैं। जिनमें 40 ड्रोन का प्रदर्शन किया गया था। पर आसमान में 11 कंपनियों के ड्रोन का प्रदर्शन किया गया। आसमान से ही ड्रोन से दिखाया गया कि किस तरह कीटनाशक का छिड़काव ड्रोन से किया जा सकता है। साथ कृषि में किस तरह ड्रोन सहायक हो सकता है। यह ड्रोन 1 किलो से लेकर 42 किलो तक का वजन उठा सकते हैं। यह कृषि से लेकर देश की सुरक्षा तक में अहम रोल साबित हो सकते हैं।
कहां-कहां उपयोगी है ड्रोन
कृषि क्षेत्र : बड़े क्षेत्र में बीज डालने और कीटनाशक के छिड़काव में इसका उपयोग किया जा सकता है। इसके अलावा बड़े क्षेत्र का कृषि सर्वे भी इससे किया जा सकेगा।
विद्यार्थी वर्ग के लिए: ड्रोन मेले में विद्यार्थी विभिन्न क्षेत्रों के लिए डिजाइन किए गए ड्रोन की तकनीकी के बारे में जानकारी लेकर इसका उपयोग अपनी रिसर्च या अध्ययन के क्षेत्र में जानकारी रही।
लैंड रिकॉर्ड: लैंड रिकॉर्ड में विभिन्न क्षेत्रों के सर्वे में भी ड्रोन की उपयोगिता होगी, जमीन के नए नक्शे तैयार करने में भी यह उपयोगी रहेगा।
पुलिस : क्षेत्र विशेष के सर्विलांस के लिए पुलिस उपयोग कर पाएगी और इस तरह के ड्रोन भी मेले में दिखाए गए।

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