ग्वालियर मेले में देश के टॉप क्लास ड्रोन …..डेढ़ लाख से डेढ़ करोड़ तक कीमत, जमीन से लेकर आसमान की निगरानी में सक्षम; जानिए- क्वालिटी

ग्वालियर में ड्रोन मेला लगा है। डेढ़ लाख से लेकर डेढ़ करोड़ रुपए तक के ड्रोन आसमान में उड़े। ड्रोन खेत में कीटनाशक छिड़काव से लेकर फसल में लगने वाले कीट की मैपिंग के जरिए जानकारी दे सकता है। बाढ़ या आपदा के समय 20 से 25 किलोमीटर दूर फंसे लोगों की जानकारी जुटा सकता है। साथ ही देश की सीमा पर जमीन से लेकर आकाश तक पर नजर रखने में अहम रोल निभा सकता है। यह जीरो डिग्री तापमान में भी आसानी से काम कर सकता है। हाई मेगा पिक्सल कैमरे की मदद से दूर-दूर तक देखा जा सकता है। ऐसे ड्रोन को सर्विलांस ड्रोन नाम दिया गया है। यह बेहद गोपनीय होते हैं और सटीकता से काम करते हैं।

ग्वालियर में आयोजित मध्य प्रदेश के पहले ड्रोन मेले में कुछ इस तरह के ड्रोन का प्रदर्शन किया गया है, जिनको देखकर पता चलता है कि आने वाले समय में जमीन से लेकर आसमान तक यह ड्रोन कितने मददगार हो सकते हैं। साथ ही तकनीकी क्षमताओं के साथ रोजगार का कितना बड़ा सेंटर बन सकता है। आइए जानते हैं, देश की कुछ बड़ी कंपनियों के ड्रोन की क्वालिटी…

यह शानदार सर्विलांस ड्रोन है, जो किसी भी हालात में उड़ सकता है।
यह शानदार सर्विलांस ड्रोन है, जो किसी भी हालात में उड़ सकता है।

सर्विलांस ड्रोन: ढाई घंटे तक 35KM एरिया में उड़ान भर सकता है
मुंबई की आइडिया एंड टेक्नोलॉजी ड्रोन कंपनी के CEO सोमिल गौतम ने बताया कि उनकी कंपनी ने सर्विलांस बेस्ड ड्रोन बनाया है। इसका प्रदर्शन ड्रोन मेले में किया। यह ड्रोन CRPF, BSF के लिए सटीक है। यह ड्रोन 2 से ढाई घंटे आकाश में आसानी से उड़ सकता है।

इसकी विशेषता यह है कि इसमें हाई मेगा पिक्सल के दो कैमरे लगे हैं। इनका इस्तेमाल बॉर्डर या नक्सल प्रभावित या अन्य संवेदनशील स्पॉट पर निगरानी के लिए किया जा सकता है। 30 से 35 KM के एरिया में जा सकते हैं। इस ड्रोन की कीमत कंपनी की ओर से 1 से 1.5 करोड़ रुपए बताई जा रही है।

हाई ब्रीड डोन: सर्वे मैपिंग में शानदार
ड्रोन डेस्टिनेशन हर्बलराय कंपनी के CEO सुनील शर्मा ने बताया कि हमारी कंपनी ड्रोन बनाने के साथ ही ट्रेनिंग भी देती है। ड्रोन मेले में हाईब्रीड ड्रोन का प्रेजेंटेशन किया गया। इसकी विशेषता यह है कि इसमें चार पंखे लगे हैं। इस कारण से इसे स्काई स्टार नाम भी दिया गया है।

चार पंखे की मदद से यह आकाश में उड़ता है और एक निश्चित ऊंचाई पर पहुंचने के बाद यह जहाज की तरह उड़ने लगता है। यह 75 से 80 मिनट तक उड़ सकता है। यह ड्रोन सर्वे मैपिंग के लिए सबसे शानदार है। यह जिला प्रशासन या सरकार के मतलब का ड्रोन है। इसके कैमरे पर सेंसर लगाने से यह फसल में लगे कीट को भी डिटेक्ट कर लेता है। इससे फसल खराब होने से बच सकती है। 40 से 50 किलोमीटर के एरिया में मूव कर सकता है। कंपनी की ओर से इसकी कीमत 12 लाख 50 हजार रुपए से 25 लाख रुपए तक तय की गई है।

ग्वालियर ड्रोन मेले में एक से बढ़कर एक ड्रोन का प्रेजेंटेशन किया गया
ग्वालियर ड्रोन मेले में एक से बढ़कर एक ड्रोन का प्रेजेंटेशन किया गया

मेडिकल ड्रोन: दवाएं 50 KM तक पहुंचा सकता है
ड्रोन मेले में मारुत ड्रोन कंपनी का मेडिकल ड्रोन भी आया है। इसकी कीमत 25 लाख रुपए है। यह आपात काल में मेडिकल किट (दवाओं) को 50 किलोमीटर तक पहुंचा सकता है। यह किसी भी तापमान में उड़ सकता है और आ-जा सकता है। यह ड्रोन 16 से 18 किलो वजन उठा सकता है। कंपनी के CEO प्रेम कुमार ने बताया कि यह ड्रोन आपदा में मेडिकल पहुंचाने में अहम योगदान दे सकता है। इसकी कीमत 25 लाख रुपए प्रारंभिक तौर पर है। इसमें हाई मेगा पिक्सल कैमरे लगे हैं। यह करीब 2 घंटे तक हवा में उड़ सकता है।

एग्रीकल्चर बेस्ड ड्रोन: 50KM की रेंज में उड़ान, कीटनाशक का छिड़काव
गुजरात की एस एग्री उड़ान प्राइवेट लिमिटेड ड्रोन एग्रीकल्चर सर्विस प्रोवाइडर कंपनी के CEO बालेंदु अग्निहोत्री ने बताया कि उनका ड्रोन एग्रीकल्चर बेस्ड है। यह ड्रोन 20 मिनट में 3 एकड़ जमीन पर कीटनाशक का छिड़काव कर सकता है। किसानों को कीटनाशक छिड़काव के दौरान कई तरह के रोग हो जाते हैं।

ड्रोन की मदद से इनसे बचा जा सकेगा और कीटनाशक भी कम बर्बाद होगा। यह 50 किलोमीटर की रेंज में उड़ सकता है। इसमें भी हाई मेगा पिक्सल कैमरे लगे होते हैं। यह भी 15 से 20 किलो वजन लेकर उड़ सकता है। 4 लाख रुपए से इसकी कीमत शुरू होती है और 18 लाख रुपए तक जाती है।

मैपिंग ड्रोन: डेढ़ किलो तक वजन उठा सकता है
जेयो इनसाइड कंपनी के डायरेक्टर राहुल जैन ने बताया कि यह कंपनी सॉफ्टवेयर डेटा के साथ ही ड्रोन भी बनाती है। मैपिंग ड्रोन काफी कमाल का ड्रोन है। यह आम आदमी की रेंज का ड्रोन है। ड्रोन का वजन 3 किलो है और यह 1 से डेढ़ किलो वजन उठा सकता है। 35 से 40 मिनट तक आकाश में बिना रुके उड़ सकता है। इतना ही नहीं, इसमें 42 मेगा पिक्सल हाई जूम कैमरा रहता है। इससे मैपिंग की जा सकती है। यह भी शासकीय कार्य में उपयोग होने वाला ड्रोन है। इस ड्रोन की कीमत साढ़े पांच लाख रुपए है। राजस्व विभाग के लिए परफेक्ट है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *