दुनिया में फिर भारत की धाक:भारतीय मूल की लीना नायर फ्रांस के लग्जरी ग्रुप शनैल की CEO बनीं, 8 साल पहले लंदन शिफ्ट हुई थीं

दुनिया भर की बड़ी कंपनियों में भारतीयों की धाक बढ़ती जा रही है। पराग अग्रवाल के ट्विवटर CEO बनने के बाद एक और भारतीय लीना नायर को फ्रांस के लग्जरी ग्रुप शनैल (Chanel) ने मंगलवार को लंदन में अपना नया ग्लोबल चीफ एग्जीक्यूटिव (CEO) नियुक्त किया है। लीना इससे पहले यूनिलीवर में बतौर चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर (CHRO) थी।

ये इंटरनेशनल ब्रांड अपने ट्वीड सूट, क्विल्टेड हैंडबैग और No. 5 परफ्यूम के लिए पहचाना जाता है। लीना अगले साल जनवरी में कंपनी में आधिकारिक तौर पर शामिल हो जाएंगी। यूनिलीवर के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) एलन जोप ने कहा कि लीना ने पिछले तीन दशक में कंपनी में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसके लिए मैं उनका आभार जताता हूं।

अपने पति और बच्चों के साथ लीना नायर।
अपने पति और बच्चों के साथ लीना नायर।

कोल्हापुर में रहीं, XLRI की गोल्ड मेडलिस्ट
लीना नायर महाराष्ट्र के कोल्हापुर की रहने वाली हैं। उन्होंने अपनी स्कूलिंग महाराष्ट्र के कोल्हापुर के होली क्रॉस कॉन्वेंट स्कूल से पूरी की है। सांगली में वालचंद कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से लीना ने इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने जमशेदपुर के जेवियर्स स्कूल ऑफ मैनेजमेंट (XLRI) से एमबीए की डिग्री ली। यहां लीना अपने बैच की गोल्ड मेडलिस्ट भी रहीं।

मैनेजमेंट ट्रेनी से कंपनी की CHRO बन गईं
लीना ने जिस हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) में 30 साल पहले (1992 में) बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी करियर की शुरुआत की, वहां 2016 में वे CHRO के पोस्ट तक पहुंच गईं। बता दें कि हिन्दुस्तान लीवर ने बाद में अपना नाम बदनकर यूनिलीवर कर लिया था।

52 साल की लीना नायर 8 साल पहले 2013 में भारत से लंदन शिफ्ट हो गई थीं। तब उन्होंने वहां एंग्लो-डच कंपनी के लंदन हेक्वार्टर में लीडरशिप और ऑर्गेनाइजेशन डेवलपमेंट की ग्लोबल वाइस प्रेसिडेंट का पद संभाला था। बाद में उन्हें 2016 में प्रमोट किया गया और वह यूनिलीवर की पहली महिला, पहली एशियाई और सबसे कम उम्र की CHRO बन गईं। उन्हें पिछले महीने ही फॉर्चून इंडिया ने मोस्ट पावरफुल वुमेन लिस्ट में शामिल किया था।

लीना ने अपने करियर की शुरुआत बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी 1992 में हिन्दुस्तान लीवर में की थी।
लीना ने अपने करियर की शुरुआत बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी 1992 में हिन्दुस्तान लीवर में की थी।

लीना के पास 30 साल का अनुभव
लीना के पास 30 साल का अनुभव है। नायर ने अपने कार्यकाल में कई HR इंटरवेंशन किए। इनमें कैरियर बाय चॉइस सबसे सराहा जाने वाला इनिशिएटिव था। ये एक ऐसा प्रोग्राम है, जो उन महिलाओं को वर्कफोर्स में लाना है, जिन्होंने अपने करियर को पीछे छोड़ दिया है।

लीना ने सोशल मीडिया पर कहा- थैंक्यू
शनैल जॉइन करने के बाद लीना ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा- शनैल में बतौर CEO काम करना मेरे लिए सम्मान की बात है। शनैल एक प्रतिष्ठि कंपनी है। मुझे हमेशा इस बात का गर्व रहेगा कि मैंने यूनिलीवर में काम किया। यूनिलीवर से मुझे बहुत प्यार और सम्मान मिला।

सोशल मीडिया पर मिल रही बधाइयों को लेकर लीना ने लिखा- मैं हर एक व्यक्ति का कमेंट पढ़ रही हूं। मैं हर एक का जवाब नहीं दे सकती लेकिन इस प्यार के लिए आप सभी का धन्यवाद।

लीना को पिछले महीने ही फॉर्चून इंडिया ने मोस्ट पावरफुल वुमेन लिस्ट में शामिल किया था।
लीना को पिछले महीने ही फॉर्चून इंडिया ने मोस्ट पावरफुल वुमेन लिस्ट में शामिल किया था।

एलेन वर्थाइमर संभालेंगे ग्लोबल चेयरमैन का पद
फ्रांस के लग्जरी ग्रुप शनैल में और भी बड़े बदलाव हुए हैं। आपको बता दें फ्रांसीसी अरबपति एलेन वर्थाइमर, जो अपने भाई जेरार्ड वर्थाइमर के साथ शनैल के मालिक हैं, ग्लोबल एग्जीक्यूटिव चेयरमैन की भूमिका निभाएंगे। शनैल की स्थापना 1910 में फैशन के दिग्गज गैब्रिएल ‘कोको’ शनैल की तरफ से पेरिस में रुए कैंबोन पर एक हैट बुटीक के रूप में की गई थी। आगे चल कर यह शब्द फ्रेंच ठाठ का एक प्रतीक बन गया।

गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और ट्विटर में भारतीय मूल के CEO
दुनिया की कई बड़ी कंपनियों में भारतीय मूल के CEO हैं। इनमें माइक्रोसॉफ्ट में सत्या नडेला, गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट में सुंदर पिचाई, अडोब में शांतनु नारायण, IBM में अरविंद कृष्णा, VMWare में रघु रघुराम और हाल में ट्विटर के CEO बने पराग अग्रवाल शामिल हैं।

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