पीरियड्स में सैनिटरी हाइजीन मेंटेन नहीं करने पर हो सकता है इन्फेक्शन, जानिए इससे कैसे बचें?
मेंस्ट्रुएशन एक नार्मल बायोलॉजिकल प्रोसेस है। तकरीबन 12 साल से ज्यादा उम्र के बाद हर लड़की- महिला को पीरियड्स आने शुरू हो जाते हैं। पीरियड्स एक तरह का वेस्ट हैं जिसमें ब्लड, म्यूकस और टिशूज होते है, जिन्हें मेंस्ट्रुअल ब्लड कहा जाता है। इस दौरान करीब 4-5 दिनों तक ब्लीडिंग होती है। ऐसे में तब उन्हें अपना खास ख्याल भी रखना होता है। सर्दियों में जरा सी भी लापरवाही बरतने पर इंफेक्शन का खतरा बहुत बढ़ जाता है। साफ-सफाई न रखने के कारण कई महिलाएं गंभीर बीमारी का शिकार होती हैं।
इन दिनों महिलाओं को सैनिटरी नैपकिन या पैड का इस्तेमाल करना पड़ता है। हालांकि आज कल मार्केट में मेन्स्ट्रुअल कप जैसे दूसरे ऑप्शन भी हैं। बावजूद इसके बड़ी संख्या में महिलाएं अब भी पीरियड्स के दौरान कपड़ा ही इस्तेमाल करती हैं।
हेल्थ लाइन की एक रिपोर्ट के अनुसार जानते हैं कि सर्दियों में पीरियड्स के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ….