Mulayam Singh Yadav-Mohan Bhagwat की तस्वीर पर Akhilesh Yadav बोले- हो सकता है शुभकानाएं देने आए हों…

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मोहन भागवत और मुलायम सिंह यादव की वायरल हो रही तस्वीर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
Akhilesh Yadav statement on Viral Pic Of RSS Mohan bhagwat and SP Leader Mulayam Singh Yadav amid Uttar Pradesh election

 उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (SP) के नेता अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) बेहद एक्टिव नज़र आ रहे हैं. मंगलवार को अखिलेश यादव ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए बीजेपी (BJP) पर जमकर हमला बोला. उन्होंने इस दौरान कहा कि एसपी का एक रथ बीजेपी के 6 रथों पर भारी है. अखिलेश ने दावा किया कि बीजेपी के जुगाड़ के रथ हैं, शहरों में खाने पीने की जो दुकान है, उसे ही पेंट करके रथ बना दिया है. इस दौरान उन्होंने आरएसएस (RSS) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) और अपने पिता और वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की मुलाकात को लेकर भी चुटकी ली.

अखिलेश यादव ने दोनों की मुलाकात के सवाल पर कहा, “शादी का एक समारोह था उपराष्ट्रपति के यहां. बीजेपी को कौन सी तस्वीर ट्वीट करनी पड़ी. कांग्रेस (Congress) कौन सी तस्वीर ट्वीट कर रही है. मैंने कई तस्वीरें देखी हैं. एक तस्वीर ऐसी भी है जहां शरद पवार (Sharad Pawar) और सुप्रिया सुले (Supriya Sule) जी नेता जी से मिल रही हैं. दूसरी तस्वीर आरएसएस के एक बड़े नेता की है जो नेता जी के बगल में बैठे हैं. शादी समारोह की तस्वीर है, इसे राजनीति में ना देखें. मैं यूं कहूं कि बाबा जी (योगी आदित्यनाथ) (Yogi Adityanath) जा रहे हैं, सपा की सरकार बनने वाली है. हो सकता है वो शुभकानाएं देने आए हों.”

अखिलेश ने शिवपाल यादव पर क्या कहा?

अपने चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) की पार्टी के साथ गठबंधन करने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा, “क्षेत्रीय दलों को साथ ला रहे हैं. क्षेत्रीय दल अपना कार्यक्रम करेंगे. सपा के कार्यक्रम में भी उनके कार्यक्रम रहेंगे. जैसी स्थिति रहेगी. बहुत जल्दी दोनों के साथ कार्यक्रम देखेंगे.

 

आईटी रेड को लेकर क्या बोले?

रेड पड़ने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा, “ये जो इनकम टैक्स की रेड हुई, या भविष्य में जो सीबीआई और ईडी का जाल बिछाया जाएगा यूपी में, वो इसलिए बिछाया जाएगा ताकि राजनीतिक पार्टियां काम ना कर सकें. वो निराश दिखाई दें. उन पर उंगलियां उठी दिखाई दे. और उनको बदनाम करने के लिए. जहां-जहां चुनाव हुआ बीजेपी ने वहां वहां एजेंसियां भेजी हैं. चाहे वो बंगाल का चुनाव रहा हो या महाराष्ट्र का चुनाव रहा हो. हर जगह यह संस्थाएं नेताओं को बदनाम कर रही थीं. उसी कड़ी में ये आईटी का छापा पड़ा है.” उन्होंने कहा कि इनकम टैक्स वाले जो जो सोच कर आए थे कि क्या क्या मिलगा. वो निराश होकर चले गए.

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