ग्वालियर. मेला लगा नहीं पर होने लगी बिजली की चोरी
दुकानों के पीछे से जलाई जा रही चोरी की बिजली, ठेकेदार के यहां से सीधे सडक़ खोदकर डाली गई है बिजली की लाइन
– ग्वालियर व्यापार मेला में चल रही मनमानी, अवैध रूप से हो रहा बिजली का उपयोग, बिजली कंपनी भी नहीं दे रही ध्यान
ग्वालियर. ग्वालियर व्यापार मेला लगने की घोषणा भले ही नहीं हुई हो, पर यहां पर खान-पान सहित दूसरी दुकानें लग चुकी हैं। हर साल मेला लगने के बाद मेले की बिजली व्यवस्था चालू की जाती है, लेकिन इस बार चोरी-छिपे और अवैध रूप से बिजली जलाई जा रही है। यहां लगी दुकानों में बिजली की सप्लाई को चोरी-छिपे किया गया है। ग्वालियर व्यापार मेला में इस तरह मनमानी चल रही है और इसे कोई भी रोकने के लिए विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। खास बात यह है कि बिजली चोरी के लिए सडक़ खोदकर उसमें से बिजली का तार निकाला गया है। पत्रिका एक्सपोज ने इस बिजली चोरी को लाइव कवरेज किया तो मेले में खान-पान की दुकान लगाने वाले हरिद्वार चाट भंडार ने पीछे की ओर से बिजली का तार निकालकर पीछे बनी सडक़ को खोदकर उसमें से तार निकाला गया है, यह तार मेला प्रांगण में ही शासकीय ठेकेदार हर्ष इंटरप्राइजेस के यहां जाता दिखता है और यहीं से बिजली सप्लाई की गई है। इसी तरह से यहां लगाई गई सॉफ्टी की दुकानों में भी सीधे ही बिजली के तार जोड़ दिए गए हैं।
मेला लगा नहीं पर होने लगी बिजली की चोरी
ऐसे शुरू होती है मेले की बिजली
ग्वालियर व्यापार मेले में बिजली की लाइन तब प्रारंभ की जाती है जब मेला सचिव की ओर से मप्र विद्युत वितरण कंपनी को पत्र लिखा जाता है। ये पत्र मेला प्रारंभ होने से दो दिवस पूर्व लिखा जाता है। इसके बाद ही बिजली कंपनी की ओर से बिजली प्रारंभ की जाती है।
ग्वालियर व्यापार मेले में बिजली की लाइन तब प्रारंभ की जाती है जब मेला सचिव की ओर से मप्र विद्युत वितरण कंपनी को पत्र लिखा जाता है। ये पत्र मेला प्रारंभ होने से दो दिवस पूर्व लिखा जाता है। इसके बाद ही बिजली कंपनी की ओर से बिजली प्रारंभ की जाती है।
बिजली कंपनी को ध्यान देना चाहिए
मेला प्रांगण में यदि इस तरह से अवैध रूप से बिजली जलाई जा रही है तो इस पर बिजली कंपनी को ध्यान देना चाहिए।
– निरंजनलाल श्रीवास्तव, सचिव, ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण
मेला प्रांगण में यदि इस तरह से अवैध रूप से बिजली जलाई जा रही है तो इस पर बिजली कंपनी को ध्यान देना चाहिए।
– निरंजनलाल श्रीवास्तव, सचिव, ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण