आगरा के जूता कारोबार पर जीएसटी का जूता …. दर 12% करने के विरोध में आज बंद रहेगा जूता बाजार
फुटवियर पर एक जनवरी से पांच की जगह 12% जीएसटी लगाने के विरोध में आज आगरा का जूता कारोबार बंद रहेगा। सभी जूता कारखानों में तालाबंदी रहेगी। सभी कारोबारी और उनके यहां काम करने वाले कर्मचारी विरोध जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
जीएसटी काउंसिल की बैठक में एक हजार रुपए तक के जूते पर जीएसटी की दर पांच फीसद से 12 फीसद कर दी गई है। इसका आगरा के जूता कारोबारी विरोध कर रहे हैं। इसको लेकर आगरा शू फैक्टर्स फेडरेशन द्वारा पांच जनवरी को जूता उद्योग बंद रखने का निर्णय लिया है। फेडरेशन के अध्यक्ष गागनदास रमानी ने बताया कि जीएसटी की दर बढ़ाने से आगरा का जूता कारोबार बुरी तरह प्रभावित होगा। दाम बढ़ने से उन्हें ऑर्डर नहीं मिलेंगे।
ऐसे में बड़ी कंपनियां यहां के कुटीर उद्योग को खत्म कर देंगी। ऐसे में लाखों लोग एक साथ बेरोजगार हो जाएंगे। दलित और श्रमिक वर्ग के पास कोई काम नहीं बचेगा। ऐसे में जीएसटी की बढ़ी हुई दर को वापस करने की मांग को लेकर पूरा जूता कारोबार पांच जनवरी को बंद रहेगा।
पांच लाख लोग जुडे़ है कारोबार से
आगरा का जूता कारोबार से करीब प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से करीब पांच लाख लोग जुडे़ हैं। आगरा में मुगल काल से जूते का काम चला आ रहा है। देश की जरूरत का 65 फीसद जूते की मांग आगरा से पूरी होती है। यहां के जूता उद्योग का सालाना टर्न ओवर करीब 20 हजार करोड़ रुपए का है। हींग की मंडी यहां का बड़ा बाजार है। करीब एक हजार दुकानें हैं।
सभी कारोबारियों से मांगा समर्थन
जूता बाजार बंदी को सफल बनाने के लिए मंगलवार को फेडरेशन के पदाधिकारियों ने बाजार में सभी व्यापारियों से समर्थन मांगा। व्यापारियों ने तय किया कि बुधवार को हींग की मंडी बाजार बंद रखने के साथ 12 बजे रौक्सी सिनेमा पर एकत्रित होंगे। यहां से जुलूस के रूप में कलेक्ट्रेट तक जाएंगे। वहां पर डीएम को ज्ञापन दिया जाएगा।